शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बीजेपी के सांसद रहे किरीट सोमैया पर मानहानि का केस दायर किया है। राउत का कहना है कि सोमैया ने बेसिरपैर के आरोप लगाकर उनके चरित्र पर दाग लगाने की कोशिश की। उनके खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 499 और 500 के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। राउत का कहना है कि बीजेपी नेता ने राजनीतिक प्रतिशोध निकालने के लिए उन पर बेवजह बेसिरपैर के आरोप जड़े हैं।

अपनी शिकायत में संजय राउत का कहना है कि वो एक अच्छी छवि वाले राजनेता हैं। उन्होंने कई किताबें लिखी हैं। शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे जैसी सम्मानित शख्सियत की बॉयोपिक को उन्होंने लिखा। राउत का दावा है कि किरीट सोमैया का कद उनके सामने काफी छोटा है। ट्विटर पर उनके फॉलोअरों की तादाद 12 लाख से ज्यादा है। जबकि सोमैया को फॉलो करने वाले लोगों की संख्या चार लाख भी नहीं है।

राउत ने मुलुंड स्थित कोर्ट में दाखिल की है शिकायत

राउत ने अपनी शिकायत मुंबई के मुलुंड स्थित मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट में दाखिल की है। सोमैया के जिस ट्वीट को शिकायत का हिस्सा बनाया गया है वो दरअसल 2022 में किया गया था। संजय राउत के पात्रा चॉल स्कैम में अरेस्ट होने के बाद सोमैया ने उन पर करारा हमला किया था। राउत का कहना है कि उन्होंने सालों साल की मेहनत के बाद एक इमेज बनाई है। सोमैया ने उसको धाराशायी करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी।

शिवसेना सांसद का कहना है कि बीजेपी नेता ने बगैर किसी साक्ष्य के उन पर आरोप जड़े। राउत के मुताबिक बीजेपी नेता 2022 के बाद से ही उनके खिलाफ अपमान जनक टिप्पणी कर रहे हैं। ये आपराधिक कृत्य है। लिहाजा अदालत को मामले की सुनवाई करके सोमैया को सजा देनी चाहिए।

मानहानि के केस में ही चली गई थी राहुल गांधी की सांसदी

ध्यान रहे कि मानहानि के केस में ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद सदस्यता चली गई थी। कांग्रेस नेता के खिलाफ बीजेपी के विधायक ने मानहानि के आरोप लगाए थे। गुजरात की अदालत ने राहुल को दो साल की सजा सुनाई थी। उसके बाद रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट के एक सेक्शन के चलते राहुल की संसद सदस्यता अपने आप ही खत्म हो गई। राहुल गांधी ने सजा को गुजरात हाईकोर्ट में भी चुनौती दे रखी है।