पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना में आने वाला जिला संदेशखाली टीएमसी के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। टीएमसी नेता पर महिलाओं से यौन शोषण के आरोप लगने के साथ ही पुलिस प्रशासन की चुप्पी सीएम ममता बनर्जी के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुई है। संदेशखाली में महिलाओं द्वारा जारी विरोध प्रदर्शनों के दबाव में इस विवाद से जुड़े दो मास्टरमाइंड गिरफ्तार हो चुके हैं लेकिन अभी भी मुख्य आरोपी शाहजहां शेख फरार है। दूसरी ओर इस मुद्दे पर सियासत भी खूब हो रही है। बीजेपी इसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तुष्टिकरण की नीतियों का परिणाम बता रही है और अब पार्टी ने ऐलान किया है कि पीएम मोदी संदेशखाली से महज 75 किलोमीटर दूर एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसकी तारीख 7 मार्च रखी गई है।

बीजेपी नेताओं द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी की यह रैली संदेशखाली के करीब बारासात में होगी। इस रैली की एक खास बात यह भी होगी कि पीएम इसमें मुख्य तौर पर महिलाओं को संबोधित करेंगे। पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा पीएम मोदी 7 मार्च को यह दौरान कर सकते हैं। बता दें कि सुकांत समेत बीजेपी के कई नेताओं को प्रशासन ने संदेशखाली नहीं जाने दिया था और विरोध प्रदर्शन के चलते वे घायल हो गए थे।

संदेशखाली विवाद को लेकर बीजेपी शुरू से ही सीधे सीएम ममता बनर्जी को टारगेट कर रही है और इल्जाम लगा रही है कि जो हाल संदेशखाली का है, अमूमन वही हाल पूरे पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था का है। वहीं ममता बनर्जी ने इसे प्रोपेगैंडा बताया है। हालांकि टीएमसी इस मुद्दे पर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश भी कर रही है। इस सियासी संकट को देखते हुए ही पार्टी ने तीन मंत्रियों तक को संदेशखाली भेजा गया है, जिन्होंने पीड़ितों से संवाद कर उनकी मदद का ऐलान किया है।

क्या बोलीं राष्ट्रीय महिला आयोगी की अध्यक्ष

संदेशखाली विवाद को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि संदेशखाली से आईं खबरें परेशान करने वाली है। उन्होंने कहा कि वह वहां जा रही है और चाहती हैं कि महिलाओं को न्याय मिले। रेखा शर्मा ने कहा कि वे डीजी और स्थानीय पुलिस के अलावा उन महिलाओं से भी मिलना चाहती हैं। इसी दौरान वह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से भी मुलाकात करेंगी। वहीं इस मुद्दे पर राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने कहा है कि कई महिलाएं उनसे मिली थीं और बताया था कि कैसे संदेशखाली में उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है, साथ ही धमकियां भी दी जा रही हैं। राज्यपाल के मुताबिक इस मामले में उन्हें लिखित शिकायतें भी मिली हैं।

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

संदेशखाली का यह विवाद सुप्रीम कोर्ट भी जा चुका है। एक वकील ने इसको लेकर जनहित याचिका दाखिल की है और मांग की है कि मामले की जांच और उसके बाद की सारी अदालती सुनवाई पश्चिम बंगाल से बाहर की जाए। साथ ही केस की जांच सीबीआई या एसआईटी के जरिए कराने का अनुरोध भी किया गया है। इसके चलते आज का दिन इस विवाद के लिहाज से काफी अहम भी माना जा रहा है। बता दें कि संदेशखाली कांड के एक आरोपी शिबू हाजरा को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया था, जिसे कोर्ट ने 8 दिन की पुलिस कस्टडी पर भेजा है, हालांकि अभी भी मुख्य आरोपी शाहजहां शेख फरार हैं और एजेंसिया उसकी तलाश में जुटी हुई हैं।