भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने रविवार को कांग्रेस नेता शशि थरूर पर निशाना साधा। दरअसल, थरूर ने लाहौर लिटरेचर फेस्टिवल में हिस्सा लेने के दौरान भारत में कोरोनावायरस के बुरे हालात और मुसलमानों के साथ हो रहे भेदभाव का मुद्दा उठाया था। साथ ही कहा था कि कोरोना के प्रबंधन में पाकिस्तान का रवैया भारत से बेहतर रहा है। इस पर संबित पात्रा ने कहा है कि थरूर पाकिस्तान में भारत को बदनाम करने की कोशिश करना चाहते हैं। पात्रा ने कहा कि थरूर ने भारत का मजाक उड़ाया है और भारत की खराब तस्वीर पेश की है। क्या कांग्रेस अब पाकिस्तान से चुनाव लड़ना चाहती है?
थरूर ने उठाए सवाल, तो पात्रा ने दिया जवाब?
1. शशि थरूर लाहौर लिटरेचर फेस्टिवल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया था। उन्होंने इसमें कहा कि भारत सरकार कोरोना से निपटने में अच्छा काम नहीं रही और लोगों को यह अहसास है। राहुल गांधी ने फरवरी में ही चेताया था कि कोरोनावायरस को गंभीरता से लेने की जरूरत है, वर्ना भारत एक आर्थिक संकट में फंस जाएगा। इसलिए उन्हें (राहुल को) इसका श्रेय दिया जाना चाहिए।
इस पर पात्रा ने हमलावर रुख अपनाते हुए कहा कि कोरोनावायरस पर पूरी दुनिया देख रही है कि भारत को पीएम नरेंद्र मोदी ने कैसे सुरक्षित रखा। लॉकडाउन का ऐलान भी समय पर हुआ और किस प्रकार 80 करोड़ लोगों को खाद्यान्न पहुंचाने का काम पूरा किया गया, जो कि आगे छठ पूजा तक चलता रहेगा।
अगर ऐसा ही चलता रहा तो जल्द ही “Indian National Congress” का नाम “Pakistan National Congress” होगा!!#RahulLahori pic.twitter.com/QFKl0wtmKV
— Sambit Patra (@sambitswaraj) October 18, 2020
2. थरूर ने कहा था कि कोरोनावायरस के समय में भारत में मुसलमानों से भेदभाव बढ़ा। उन्होंने तब्लीगी जमात का उदाहरण देते हुए इस मुद्दे को उठाया। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि भारत के पूर्वोत्तर में रहने वाले लोग चीनियों की तरह दिखते हैं, इसलिए उनसे भेदबाव होता है।
इसके जवाब में पात्रा ने कहा कि भारत जैसा लोकतांत्रिक देश पूरी दुनिया में नहीं है। यहां सबकी चिंता की जाती है। पात्रा ने कहा कि थरूर ने पाकिस्तान के सामने भारत की बुराई की। वे भेदभाव के मुद्दों को पाकिस्तान के सामने उठा रहे हैं। लेकिन क्या कभी पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर सवाल पूछने की हिम्मत दिखाई। वहां रोज हिंदुओं, ईसाइयों और सिखों के बारे में खबरें आती हैं। वहां अल्पसंख्यक के अपहरण, रेप और हत्या आम बात हो गई है। आखिर ये लोग चाहते क्या हैं? क्या कांग्रेस पाकिस्तान से चुनाव लड़ना चाहती है?