भारत में कोरोनावायरस की दूसरी लहर के बीच विपक्षी दल लगातार केंद्र सरकार को घेरने में जुटे हैं। ज्यादातर नेताओं का कहना है कि सरकार अब तक कोरोना से निपटने के लिए अपनी योजना सामने नहीं रख पाई है और न ही अपने नेताओं की जिम्मेदारियां ही तय कर पाई है। इसी मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने पीएम के साथ गृह मंत्री और भाजपा के मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि इन्होंने बंगाल चुनाव में हिस्सा लेकर देश को चिताओं की गर्त में धकेल दिया।
क्या बोले सपा प्रवक्ता?: घनश्याम तिवारी ने कहा, “पिछले सात साल और उससे पहले के दो साल से नरेंद्र मोदी लगातार इमेज बिल्डिंग में लगे हैं। जब वे मुख्यमंत्री थे गुजरात के और प्रधानमंत्री बनने के लिए से लेकर प्रधानमंत्री बनने के बाद तक उन्होंने इमेज बिल्डिंग पर ध्यान दिया है, नेशन बिल्डिंग पर तो ध्यान ही नहीं दिया है।”
उन्होंने भाजपा अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा, “आज अखबार में जेपी नड्डा का बयान छपा है अखबार में कि विपक्ष के ऊपर आक्रामक हों। ये जेपी नड्डा देश के स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं, जिन्होंने बंगाल चुनाव में प्रधानमंत्री और अमित शाह के साथ मिलकर देश को चिताओं के गर्त में धकेल दिया है। लाशें तैर रही हैं गाजीपुर से लेकर बक्सर तक। ये पता नहीं लगा पा रहे कि वो लाशों की जिम्मेदारी किसकी है। वैक्सीन की जिम्मेदारी किसकी है?”
आगे आकर नेताओं की जिम्मेदारी तय करें पीएम: सपा प्रवक्ता ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री कहां है? यह युवाओं का देश है। इस देश का पीएम कुर्सी के पीछे छिपकर राजनीति नहीं कर सकता। सामने आकर के रोज बताना पड़ेगा कि उनकी टीम कौन है, उसकी जिम्मेदारी क्या है, उसके टारगेट क्या हैं। अगर वो टारगेट पूरे नहीं हुए, तो इस्तीफा कौन देगा- प्रधानमंत्री इस्तीफा देगा, गृह मंत्री इस्तीफा देगा या किसी राज्य का मुख्यमंत्री इस्तीफा देगा।”
