Sam Pitroda Illegal Migrants Controversy: ऐसा लगता है कि कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा एक बार फिर कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होने से पहले सैम पित्रोदा ने एक ऐसा बयान दे दिया है जिसे लेकर राजनीतिक बवाल शुरू हो गया है। अवैध घुसपैठियों को लेकर सैम पित्रोदा का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि अवैध प्रवासियों को भारत में ही रहने की इजाजत दी जानी चाहिए। उन्होंने इस मामले में केंद्र सरकार के रूख की आलोचना की है।

सैम पित्रोदा इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के करीबी हैं।

पित्रोदा ने एक यू ट्यूब चैनल के साथ बातचीत के दौरान यह बयान दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने सैम पित्रोदा के वीडियो को अपने X अकाउंट पर शेयर किया है। पित्रोदा ने कहा, “अगर वे यहां आना चाहते हैं, भले ही अवैध रूप से, उन्हें आने दिया जाए। हमें सभी को शामिल करना चाहिए। अगर हमें थोड़ी परेशानी भी होती है तो कोई बात नहीं। हम शेयर करेंगे लेकिन कोई भी शेयर नहीं करना चाहता। वे अपना हिस्सा और बड़ा करना चाहते हैं।”

Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली के चुनाव प्रचार से क्यों ‘गायब’ हैं राहुल, प्रियंका और मल्लिकार्जुन खड़गे?

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा है कि राहुल गांधी का दायां हाथ माने जाने वाले सैम पित्रोदा का घुसपैठियों को भारत में बसाने की वकालत करना बेहद अफसोसनाक है और यहां तक कि वह देश के खर्चे पर अवैध घुसपैठियों को रखने की बात कर रहे हैं। प्रदीप भंडारी ने कहा है कि यह पूरी तरह हैरान करने वाला और गैर जिम्मेदाराना बयान है। भंडारी ने कहा है आपको आश्चर्य होगा कि कांग्रेस कैसे पिछले 70 सालों से देश में लगातार घुसपैठियों को बसाने की कोशिश कर रही है।

दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने बनाया मुद्दा

बताना होगा कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों का मुद्दा काफी चर्चा में है। बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया है कि वह दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के आधार कार्ड बनवा रही है। बीजेपी के तमाम बड़े नेता अपनी चुनावी सभाओं में कह चुके हैं कि दिल्ली में अगर उनकी सरकार बनी तो बांग्लादेशियों को वापस भेज दिया जाएगा।

Delhi Assembly Elections 2025: ओखला में AAP के अमानतुल्लाह खान के लिए चुनौती बनेंगी कांग्रेस उम्मीदवार अरीबा; BJP को मिलेगा हिंदू वोटर्स का साथ?

खड़गे के बयान को लेकर हो चुका है हंगामा

बीते दिन ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान को लेकर अच्छा खासा हंगामा हो चुका है मध्य प्रदेश के महू में आयोजित कांग्रेस की सभा में खड़गे ने कहा था कि गंगा में डुबकी लगाने से ग़रीबी दूर होती है क्या, क्या आपको खाना मिलता है? गरीबों का जो शोषण हो रहा है, धर्म के नाम पर, उसके ख़िलाफ़ हमें लड़ना है।

पार्टी ने दिखाया था बाहर का रास्ता

लोकसभा चुनाव के दौरान पित्रोदा के एक बयान की वजह से कांग्रेस के लिए काफी मुश्किल खड़ी हो गई थी। पित्रोदा ने एक इंटरव्यू में इन्हेरिटेंस टैक्स का जिक्र किया था और कहा था कि भारत में भी इसे लेकर चर्चा होनी चाहिए। बीजेपी ने इसे चुनाव में बड़ा मुद्दा बना दिया था। पित्रोदा पर नस्लभेदी टिप्पणी करने का भी आरोप लगा था। पित्रोदा ने एक इंटरव्यू में कहा था, “हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं, जहां पूर्व में रहने वाले लोग चाइनीज जैसे दिखते हैं, पश्चिम में रहने वाले अरब जैसे, उत्तर में रहने वाले मेरे ख़्याल से गोरे लोगों की तरह और दक्षिण में रहने वाले अफ़्रीकी जैसे लगते हैं। इससे फ़र्क़ नहीं पड़ता और हम सब भाई-बहन हैं।”

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी भाषण में पित्रोदा के इस बयान को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी की आलोचना की थी।

दिल्ली में कांग्रेस पिछले दो चुनाव में शून्य सीटों पर रही है लेकिन इस बार वह कुछ सीटों पर मजबूत ढंग से चुनाव लड़ने की कोशिश कर रही है लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे और सैम पित्रोदा के इन बयानों से उसे चुनावी नुकसान हो सकता है क्योंकि बीजेपी ने इसे मुद्दा बना लिया है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में BJP के बजाय कांग्रेस को लेकर ज्यादा अलर्ट क्यों है AAP? क्लिक कर पढ़िए पूरी खबर।