मंगलवार को मानसून सत्र के दूसरे दिन भी संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसद कृषि कानून, पेगासस जासूसी कांड सहित कई मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ हमलावर हैं। विपक्षी सांसद सदन के अंदर और बाहर दोनों जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार को अकाली सांसद हरसिमरत कौर बादल सदन के बाहर कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहीं थीं। इस दौरान उन्होंने विरोध प्रदर्शन स्वरूप भाजपा सांसद हेमा मालिनी को गेहूं की बाली थमाई। गेहूं की बाली दिए जाने का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने हेमा मालिनी के पुराने फोटो शेयर कर उनपर जमकर निशाना साधा।
दरअसल संसद भवन के गेट नंबर चार पर अकाली दल सहित कई विपक्षी दल कृषि कानूनों के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्षी सांसद चार नंबर गेट से गुजरने वाले सांसदों को गेहूं की बाली देकर विरोध जता रहे हैं और किसानों के पक्ष में खड़े रहने की अपील कर रहे हैं। मंगलवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही में शामिल होने के लिए भाजपा सांसद हेमा मालिनी गेट नंबर चार से जाने लगीं तो अकाली सांसद हरसिमरत कौर बादल ने उन्हें रोककर गेहूं की बाली थमा दी।
हरसिमरत कौर बादल के गेहूं देने पर उन्होंने बड़े सहज तरीके से उसे ले भी लिया। इस दौरान हरसिमरत कौर ने उन्हें किसानों के साथ खड़े होने की अपील भी की। बाली लेने के बाद जैसे ही हरसिमरत कौर ने अंग्रेजी में लिखा पोस्टर दिखाते हुए कहा कि हेमा मालिनी भी किसानों के साथ खड़ी हैं तो भाजपा सांसद झिझक गईं और उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि मैंने इसे ले लिया है लेकिन जो भी है उसे बाद में देखेंगे।
#WATCH | Shiromani Akali Dal MP Harsimrat Kaur Badal offers wheat stalk to BJP MP Hema Malini, as SAD-BSP continue to protest at Parliament over Centre’s farm laws pic.twitter.com/TnBlGHPjlw
— ANI (@ANI) August 3, 2021
हेमा मालिनी के द्वारा गेहूं की बाली लिए जाने का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने उनपर जमकर निशाना साधा। सोशल मीडिया यूजर्स ने हेमा मालिनी के पुराने फोटो शेयर कर भी निशाना साधा जब वे पिछले लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मथुरा में एक खेत में गेहूं की फसल काटती दिखीं थी। मुकेश कुमार नाम के एक ट्विटर यूजर ने निशाना साधते हुए लिखा कि ये वही मोहतरमा हैं जो मथुरा में हेलीकॉप्टर से गेहूं काटने आयी थी और आज बोल रही हैं ये क्या है।
इसके अलावा ट्विटर हैंडल @atheist12225699 ने लिखा कि वह एक तिनके से खुश नहीं थी। आपको संसद में आने वाले सभी को एक-एक चावल का थैला देना चाहिए था। इससे कोई भी पार्लियामेंट नहीं छोड़ेगा। वहीं भरत कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा कि दोनों हंस रहे हैं, यह इनका सिर्फ राजनीतिक एजेंडा है। इनको किसानों से कोई मतलब नहीं हैं।
संसद में हो रहे हंगामे को लेकर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री शुरू से कह रहे हैं कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं। एक माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है कि बिल सरकार के हैं, ये गलत है बिल गरीब लोगों के कल्याण के लिए हैं। PM की इच्छा है कि सार्थक और समृद्ध चर्चा होनी चाहिए।