कांग्रेस नेतृत्व और पार्टी नेता राहुल गांधी पर TMC प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा कटाक्ष किए जाने के बाद कांग्रेस नेताओं की नाराजगी खुलकर सामने आ रही है। इसी कड़ी में सचिन पायलट की टिप्पणी भी सामने आई है। समाचार चैनल न्यूज 18 इंडिया के कॉनक्लेव ‘चौपाल’ में इस विषय पर चर्चा करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि राजनीतिक दलों को यह समझना होगा कि इस वक्त एक दूसरे से लड़ने का फायदा किसे होगा। यहां उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कांग्रेस ने पिछले कुछ सालों में वैसा प्रदर्शन नहीं किया जिसकी उम्मीद की जा रही थी लेकिन अभी भी वह इकलौती ऐसी पार्टी है जो विपक्ष की अगुवाई कर सकती है।

ममता बनर्जी द्वारा UPA को खारिज किए जाने के बयान पर सचिन पायलट ने कहा कि यह वास्तविकता से परे है। क्योंकि यूपीए का गठन बहुत पहले हुआ था, बहुत सारे दल गए और बहुत सारे नए दल जुड़े, ऐसे में यह कहना कि यूपीए है ही नहीं, गलत होगा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी एक चुनी हुई मुख्यमंत्री हैं और उनकी भी यह जिम्मेदारी है कि वह बीजेपी का विकल्प तैयार करने में मदद करें लेकिन अगर हम आपस में लड़े या अपने मतभेदों को उजागर करें, उससे किसी को फायदा नहीं होगा।

पायलट ने कहा कि चुनाव में 2 से 2.5 साल का वक्त बचा है, सरकार को मुद्दों पर घेरना है उन्होंने सच्चाई का आइना दिखाना है लेकिन हम अपनी सारी ऊर्जा गलत दिशा में खपा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई विकल्प तैयार हो सकता है, या जो एक चुनौती BJP को दे सकता है फतह कर सकता है वो कांग्रेस है। यहां उन्होंने कहा कि यह सच है कि हमें उतनी सफलताएं नहीं मिली जितनी उम्मीद थी लेकिन एक सच्चाई ये भी है कि कांग्रेस की राजनीतिक मौजूदगी से लेकर नेटवर्क तक, हर राज्य में है और हम सभी छोटे बड़े दलों को साथ लेकर चलना चाहते हैं।

इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने भी ममता बनर्जी के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस देश का मुख्य विपक्षी दल है और भाजपा को हराने के किसी भी राष्ट्रीय कोशिश का मुख्य स्तंभ बनी हुई है। उन्होंने ट्वीट किया कि यह वक्त की जरूरत है कि BJP का विरोध करने और हराने के लिए धर्मनिरपेक्ष, प्रगतिशील और लोकतांत्रिक पार्टियों के बीच जनता के मुद्दों को लेकर व्यापक समझ और सहयोग हो। यह लोगों की अकांक्षाओं से भी जुड़ा है।

गौरतलब है कि बुधवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा था कि राजनीति के लिए लगातार कोशिश जरूरी होती है। राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था कि आप ज्यादातर समय विदेश में नहीं रह सकते हैं। वहीं यह पूछने पर कि क्या वह चाहती हैं कि NCP के अध्यक्ष शरद पवार UPA के अध्यक्ष बनें, इस पर ममता बनर्जी ने कहा था, ‘‘अब कोई UPA नहीं है।’’