आज देशभर में दशहरा यानी विजयादशमी का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय में मोहन भागवत ने शिरकत की और विजयादशमी के बारे में बताते हुए हिंदुस्तान और हिंदुओं के गौरव को बयां किया।

इस मौके पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी कार्यक्रम में आरएसएस की पोशाक पहनकर कार्यक्रम में शामिल हुए औऱ दशहरा रैली में डीआरडीओ के पूर्व प्रमुख विजय कुमार ने सारस्वत मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।

संघ प्रमुख ने ने मौके पर सभी हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। आरएसएस के इस प्रोग्राम में नितिन गड़करी समेत सभी उपस्थित नेताओं ने संघ की पारंपरिक पोशाक पहनी।

नागपुर में गुरुवार को दशहरा रैली को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि कि भारत को दुनिया का सिरमौर बनाना है।

पूरी दुनिया को नेतृत्व देने वाला देश बनाना है। अब देश में विश्वास का माहौल बन रहा है। उन्होंने कहा कि अब लगातार हमारे देश की विदेशों में प्रतिष्ठा बढ़ रही है। योग और गीता की भी दुनिया के विभिन्न बड़े-बड़े देशों में चर्चा हो रही है।

उन्होंने कहा कि भारत दूसरे देशों का मदद कर रहा है और विपदा की घड़ी में दूसरे देशों को भी मदद कर रहा है। साथ ही अपनी रक्षा भी कर रहा है। अपने हितों की रक्षा के साथ साथ दूसरे के हितों की भी रक्षा को देखना होगा। उन्होंने कहा हिंदु संस्कृति का प्रभाव अखंड है और हमारे देश के पूर्वज हमारा आधार है।

उन्होंने देश में फैल रही सांप्रदायिकता पर कहा कि संपूर्ण समाज को एक दूसरे का संबल बनना होगा और सभी धर्मों को आपस में आत्मीयता बनाए रखनी होगी। उन्होंने कहा कि हिंदु संस्कृति, हिंदु पूर्वज औऱ हिंदु धर्म हमारे देश की तीन प्रमुख सूत्र हैं।

उन्होंने कहा कि दुनिया भारत की ओर देख रही है। विकसित भारत के लिए अपने लोगों को मानसिक दासता से मुक्त होना होगा। नेताओं को, प्रशासन को, सबको उसके बारे में सोचना होगा। सबको मिलकर काम करना होगा।

अपने जड़ों से जुडे़ रहना होगा। एकता बनाए रखने के साथ गुणवत्ता बनाए रखनी होगी। उन्होंने कहा कि सिर्फ नीति बनाने से काम नहीं चलेगा, नीति बनाने वालों को उसकी जमीनी हकीकत जाननी होगी। सभी के साथ संवाद कायम करना होगा।

गौरतलब है कि इस बार प्राईवेट न्यूज चैनल्स के अलावा दूरदर्शन पर भी लाइव प्रसारण दिखाया जा रहा है। बताते चलें कि नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद पिछली बार विजया दशमी के दिन पहली बार दूरदर्शन ने भागवत के संबोधन को लाइव दिखाया था। इसके बाद विपक्ष की ओर से काफी विरोध भी किया गया था।