केंद्र की अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में विरोध हुआ लेकिन अधिक असर बिहार में देखा गया। बीते दिनों बिहार में प्रदर्शनकारियों ने भाजपा नेताओं के कार्यालयों, घरों और उनकी कारों को अपना निशाना बनाया था। ऐसे में केंद्र द्वारा भाजपा के कई नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई गई तो राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोला है।
दरअसल अग्निपथ योजना के आक्रामक विरोध के चलते बिहार भाजपा प्रमुख संजय जायसवाल के आवास के अलावा, बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के घर और कई भाजपा कार्यालयों में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की थी। ऐसे में केंद्र सरकार ने बिहार में दो सांसदों और आठ भाजपा विधायकों को तीसरी सबसे बड़ी ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, विरोध के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह से हालात को संभाला, उससे पार्टी आलाकमान खुश नहीं है।
इसपर तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट में लिखा, “बिहार में BJP के उपमुख्यमंत्री, मंत्रियों, सांसदों और विधायकों ने केंद्र से Y श्रेणी की सुरक्षा ली है क्योंकि इन्हें अपनी ही डबल इंजन सरकार, गृह विभाग और बिहार पुलिस पर भरोसा नहीं है? क्या ये बेगैरत भ्रष्ट लोग सिर्फ़ बिहार को लूटने और बर्बाद करने के किए ही सत्ता में बने हुए है?”
एक और ट्वीट में तेजस्वी यादव ने लिखा, “क्या केंद्र ने राज्य सरकार को बिना विश्वास में लिए BJP के जिला कार्यालयों में केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात कर देश के संघीय ढांचे पर हमला नहीं किया? बिहार सरकार बताए कि क्या बिहार पुलिस इतनी अक्षम है कि BJP कार्यालयों की चौकीदारी के लिए उसे केंद्रीय सुरक्षा बल बुलवाने पड़ते है?”
क्या अग्निपथ योजना, जिसका हो रहा है विरोध?: बता दें कि केंद्र ने 14 जून को अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। जिसमें साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष की आयु के बीच के युवाओं को केवल चार साल के लिए सेना में भर्ती होंगे। इसमें 25 प्रतिशत को आगे और 15 सालों के लिए रेग्युलर किया जाएगा। बता दें कि इस योजना का विरोध देख सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए आयु सीमा को 21 से 23 वर्ष तक कर दिया है। वहीं भारी विरोध के बीच तीनों सेनाओं ने साझा बयान में साफ कर दिया है कि अग्निपथ योजना को वापस नहीं लिया जाएगा।