टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के देवी काली मां पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी गलियारों में हलचल मच गई है। उनके इस बयान के बाद उनकी अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने उनके मां काली पर दिए गये बयान से पल्ला झाड़ लिया है। पश्चिम बंगाल में मां काली पर विवादित बयान एक बड़े विवाद का मामला था मामले की गंभीरता को समझते हुए टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने महुआ के बयान किनारा करने में ही भलाई समझी। और महुआ के बयान से पार्टी ने पल्ला झाड़ते हुए इस बयान को महुआ का निजी विचार बता दिया। वहीं इसके बाद नाराज महुआ ने पार्टी के सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर को अनफॉलो कर दिया। और पार्टी से दूरी बना ली है।

ऐसे में कांग्रेस नेताओं में महुआ के बयान को लेकर आपस में ही दरार दिखाई दे रही है। जहां कांग्रेस नेता शशि थरूर ने महुआ के बयान को सही ठहराया है वहीं कांग्रेस के ही एक और नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने महुआ के बयान का विरोध किया है वहीं एक और कांग्रेस नेता ने इस महुआ के बयान को उनका निजी मामला बताकर उस पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया।

अभिषेक मनु सिंघवी ने किया विरोध
महुआ मोइत्रा ने मां काली को लेकर जो विवादित बयान दिया है उस बयान के बारे में जब कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी से पूछा गया तो कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने महुआ के बयान का विरोध करते हुए कहा, हम अन्य पार्टियों पर टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे, लेकिन मेरा मानना है कि प्रतीकों और हमारे विश्वास के सार में संतुलन बनाए रखा जाना चाहिए। हमारी संस्कृति में हमारा दिल और आत्मा बसती है चाहे वो कहीं भी हो, विदेश में या यहां किसी के द्वारा तुच्छ नहीं बनाया जा सकता है। हमें ऐसे लोगों से बिलकुल सावधान रहना चाहिए जो लोग अपने ही जानने वालों की भावनाओं के साथ उनके प्रतीकों उनकी संस्कृति और उनके विश्वास के साथ खिलवाड़ करते हैं।

शशि थरूर ने किया महुआ का समर्थन
वहीं महुआ मोइत्रा के बयान पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उनका समर्थन किया है। शशि थरूर ने कहा, वो महुआ मोइत्रा के बयान के बाद उन पर हो रही बयानबाजियों से अचंभित हैं। थरूर ने बोले महुआ ने वही कहा जो सभी हिंदू जानते हैं। आपको बता दें कि महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को देवी काली पर विवादित बयान देते हुए कहा था, वह मां काली को मांसाहारी और शराब पीने वाली देवी के तौर पर देखती हैं। मजे की बात ये है कि कांग्रेस नेता शशि थरूर का बयान महुआ के समर्थन में तब आया है जब महुआ की अपनी पार्टी ने ही उसके बयान से किनारा कर लिया है।

महुआ मामले पर क्या बोली रागिनी नायक?
वहीं कांग्रेस की एक और नेता रागिनी नायक ने महुआ मोइत्रा के बयान पर पूछे जाने पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। रागिनी ने कहा, महुआ ने जो कुछ कहा वो उनका निजी मामला है। उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया वो तृणमूल कांग्रेस का आंतरिक मामला है। इस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती हूं।

किसी की भावनाएं आहत ना हो ये सबकी जिम्मेदारी
कांग्रेस पार्टी स्पष्ट रूप से ये बात मानती है कि गांधी जी ने जैसा कहा था कि धर्म व्यक्ति की निजी आस्था का मामला होता है लेकिन हमें इस बात का जरूर ध्यान रखना चाहिए कि हमारी किसी गतिविधि से हमारे किसी कार्य से किसी और धर्म के व्यक्ति की भावनाएं आहत ना हों। और इसको सुनिश्चित करना हर व्यक्ति जो समाज में किसी भी तरह का प्रतिनिधित्व करता हो चाहे वो वकील हो, पत्रकार हो, नेता हो या फिल्म मेकर हो सबको उसका ध्यान जरूर रखना चाहिए।

जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल सोमवार को फिल्म मेकर लीना मणिमेकलाई ने अपनी फिल्म का एक पोस्टर सोशल मीडिया पर शेयर किया। इस पोस्टर को लेकर विवाद और बयानबाजी शुरू हो गई है। इसी क्रम में मंगलवार को टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने भी इस पर बयान दे दिया। महुआ मोइत्रा कहा था,’उनके लिए मां काली मांस-मदिरा को स्वीकार करने वाली देवी हैं। इस बात की हर किसी को आजादी है कि वो अपने भगवान की किस तरह से कल्पना करता है। इस पर किसी को कोई ऐतराज भी नहीं होना चाहिए।’ मां काली की कई जगहों पर अलग तरीकों से पूजा की जाती है। हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।