उत्तरप्रदेश में एक बार फिर से आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी होने लगी है। हफ्ते भर के अंदर हुई दो हाई प्रोफाइल किडनैपिंग को लेकर उत्तर प्रदेश प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। गुरुवार की रात को अपराधियों ने कन्नौज के खाद व्यापारी का अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने व्यापारी के परिजन से 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी है।

पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार कन्नौज में खाद का व्यापार करने वाले व्यापारी विकास गुप्ता के भाई के मोबाइल पर एक व्यक्ति ने फोन कर खाद लेने की बात कही। जब विकास गुप्ता खाद देने पहुंचे तो बोलेरो सवार छह से ज्यादा अपराधियों ने विकास गुप्ता का अपहरण कर लिया। विकास गुप्ता के साथ ही खाद की बोरी को गाड़ी में लाद रहे असलम का भी अपहरण कर लिया। 

अपहरणकर्ताओं ने असलम के फोन से विकास के परिवार वालों को फोन कर 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी है. पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर अपराधियों की खोजबीन शुरू कर दी है। साथ ही व्यापारी की बरामदगी के लिए भी पुलिस ने अपनी टीम सक्रिय कर दी है।

वहीं दूसरी घटना आगरा में हुई। जहां मंगलवार को वरिष्ठ डॉक्टर उमाकांत गुप्ता को अगवा कर लिया गया था। डॉक्टर उमाकांत गुप्ता की कार धौलपुर के पास मिली थी। कार मिलने के बाद पुलिस ने धौलपुर और आसपास के जंगलों में खोजबीन शुरू कर दी थी। हालांकि बुधवार को पुलिस ने डॉक्टर उमाकांत गुप्ता को अपराधियों के चंगुल से मुक्त करा लिया था। अपराधियों ने पांच करोड़ की फिरौती के लिए डॉक्टर का अपहरण किया था।

एक हफ्ते के अंदर हुए दो हाई प्रोफाइल अपहरण के मामले को लेकर पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि एक सप्ताह में दो हाई प्रोफाइल अपहरण – आगरा के नामी सर्जन डॉ. उमाकांत और अब कन्नौज का बड़ा व्यवसायी विकास गुप्ता। कल ही काशी में PM मोदी ने यूपी की कानून व्यवस्था की प्रशंसा की थी। अब अपने शब्दों को मोदी जी को शायद वापिस लेना पड़े। हालात अच्छे नहीं हैं।