पश्चिम बंगाल में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस चुनाव में बड़ी जीत का दावा कर रही है तो राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के अपने दावे हैं। चुनाव के आगाज से पहले दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच जमकर जुबानी तीर भी चलाए जा रहे हैं। ‘Republic TV’ से बातचीत के दौरान पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि ‘हम एजेंडा सेट करते हैं और ममता बनर्जी उसी एजेंडे पर आगे बढ़ती हैं। हमारे राष्ट्रीय नेता आते हैं, रोड शो करते हैं तब ममता बनर्जी रोड शो करती हैं। हम दलित या आदिवासी के घर में जाकर भोजन करते हैं तब वो भी वहीं करती हैं या फिर जबरदस्ती उन्हें अपनी रैलियों में लाती हैं।

तो ये हमको फॉलो करती हैं क्योंकि हम आगे बढ़ चुके हैं परिवर्तन की तरफ। जिस प्रकार मुकुल रॉय और शुभेंदु अधिकारी जैसे बड़े नेता हैं जिन्होंने टीएमसी को खड़ा किया है…आज वो उपेक्षित हो गए हैं इसलिए वो निकल कर हमारे साथ आए हैं। कल तो वो हमारे सामने थे और आज हम एक साथ बंगाल के परिवर्तन और विकास के लिए लड़ रहे हैं। सिर्फ यही नहीं ऐसे कई नेता हैं जो बीजेपी के साथ मिलकर बंगाल में परिवर्तन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जब से भाजपा ने खुद को विकल्प के रूप में खड़ा किया है तब से टीएमसी जो नेता उपेक्षित थे या अपमानित थे उन्हें भाजपा में भविष्य दिख रहा है औऱ वो हमारे साथ आ रहे हैं।’

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले ममता बनर्जी की पार्टी को झटके पर झटके लग रहे हैं। शुभेंदु अधिकारी के बाद उनके भाई सौमेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। सौमेंदु को कुछ दिन पहले पूर्वी मिदनापुर में कोंताई नगर पालिका के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। शुभेंदु अधिकारी ने ही सौमेंदु को बीजेपी में शामिल कराया है।

इससे पहले शुभेंदु अधिकारी ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा था कि ‘टीएमसी में लोकतंत्र नहीं रह गया है। कैलाश विजयवर्गीय और अमित शाह को बाहर का बताया जा रहा है लेकिन यह जान लीजिए हम पहले भारतीय हैं उसके बाद बंगाली हैं।’ शुभेंदु अधिकारी ने कहा था कि ‘बंगाल को टीएमसी और भ्रष्टाचार से बचाना है। मैं टीएमसी को चेतावनी देना चाहता हूं कि वो जो नहीं चाहते वही होगा…बंगाल में अब बीजेपी की सरकार बनानी होगी।’