अयोध्या में राम मंदिर को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन के बयान पर विवाद छिड़ गया है। इसी मुददे पर ‘रिपब्लिक भारत’ पर डिबेट के दौरान योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने राम मंदिर को लेकर समाजवादी पार्टी के स्टैंड पर सवाल उठाया। यूपी के कैबिनेट मंत्री मोहसिन रजा ने शो में मौजूद समाजवादी पार्टी के नेता से कहा कि ‘राम मंदिर के मामले में समाजवादी पार्टी हमेशा से विरोध में रही है। जब मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री थे तब कार सेवक अयोध्या जा रहे थे और उनपर गोलियां चली थीं। पहले गोलियां चली हैं अब पत्थर चलवाने की बात हो रही है।

लोग आज अच्छे माहौल को देखना चाहते हैं। भगवान राम के मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। ऐसे समय पर इस तरह का बयान एक गैरजिम्मेदराना बयान है।’ मोहसिन रजा ने आगे कहा कि ‘आखिर उन्होंने किसके इशारे पर अपना बयान दिया, अखिलेश यादव को अपना स्टैंड साफ कर देना चाहिए कि वो मंदिर निर्माण के साथ हैं या मंदिर निर्माण के विरोध में हैं, हम जिम्मेदार होने के नाते पूछ रहे हैं कि क्या अखिलेश यादव अपने सांसद के बयान को लेकर अपना और अपनी पार्टी का स्टैंड साफ करें।’

मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने राम मंदिर को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा उत्तर प्रदेश में हिंदू-मुस्लिमों के बीच स्थापित को सौहार्द को बिगाड़कर चुनाव में फायदा लगाने की कोशिश कर सकती है। हसन ने कहा कि इससे बिखरे कुछ मुसलमान भाजपा के साथ शामिल हो सकते हैं।

एसटी हसन ने आगे कहा, “राम मंदिर का मुद्दा खत्म हो चुका है। पर जब भाजपा के लोग चंदा मांगने के लिए बाहर आएंगे, तो उन पर कुछ मुस्लिम पत्थर बरसाएंगे। आप देख चुके हैं कि मध्य प्रदेश में हुई पत्थरबाजी की घटनाओं पर क्या हुआ था। इससे हिंदुओं को संदेश दिया जाएगा कि वे भी ऐसा कर सकते हैं।”