रिपब्लिक भारत पर डिबेट के दौरान एंकर अर्नब गोस्वामी ने पूछा कि किसानों के कंधे पर बंदूक चला कर सियासत करने वाले लगातार सवाल उठाते रहे ? क्या उनको बजट समझ नहीं आया? क्या निर्मला सीतारमण की अंग्रेजी समझ नहीं आई, अरे समझ में नहीं आई तो मैं यहां समझाने के लिए बैठा हूं। आज वित्त मंत्री ने साफ कर दिया कि मंडिया खत्म नहीं होने वाली हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि 1000 नहीं मंडियां जोड़ी जाएंगी। अर्नब गोस्वामी ताली बजाकर पूछने लगे कि यह मंडी बंद होगी अफवाह फैलाने वाले आज चुप क्यों हैं?
डिबेट के दौरान अर्नब गोस्वामी ने कहा कि मुझे लग रहा था कि आज यह लोग मुझे कष्ट नहीं देंगे पर मुझे पोल खोलनी पड़ेगी। मैंने सोचा था गौरव भाटिया की आज ये मुझे कष्ट नहीं देंगे और मुझे अब यह लग रहा है कि इनकी पोल खोली पड़ेगी।
एंकर ने कहा यह आत्मनिर्भर भारत का आम बजट है कोरोना काल में विश्वास का बजट है। किसानों के लिए मोदी सरकार ने अपना पूरा पिटारा खोल दिया। इस पर पैनलिस्ट ने बीच में बोला तो एंकर अर्नब गोस्वामी ने कहा कि मुझे बीच में टोकना नहीं, नहीं तो फिर बुरी तरह पोल खोल दूंगा। अर्नब गोस्वामी ने कहा कि अफवाह फैलाने वाले गौरव भाटिया से माफी मांगो।
वहीं डिबेट के दौरान पैनलिस्ट जब बजट को लेकर विरोध में चिल्लाने लगे तो एंकर अर्नब गोस्वामी ने कहा कि अब सवालों का जवाब बीजेपी के गौरव भाटिया देंगे। इस पर भी जब पैनलिस्ट नहीं रुके तो एंकर ने चिल्लाकर कहा कि ब्रेक लगाइए खुद पर। अब गौरव भाटिया बोलेंगे।
डिबेट में अपनी बात की शुरुआत करते हुए गौरव भाटिया ने कहा कि नई बंद होगी मंडी इसलिए बेचैन हैं सारे पाखंडी। विपक्ष वाले सभी पाखंडी हैं। इस बीच जब पैनलिस्ट बोलने लगे तो गौरव भाटिया ने कहा कि आप बोलने दीजिए मुझे। बजट को देखकर आपके दिल में आग लगी है। आग लगी है तो अरब सागर का पानी डाल लीजिए।
प्रवक्ता बोले कि हम लोग अपनी बारी में बोल सकते हैं। हम कोई चिड़ियाघर से नहीं आए हैं। कोविड के चलते स्वास्थ्य बजट में 137 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी गई। वैक्सीन के लिए बजट आवंटित करना यही दिखाता है कि सरकार को नागरिकों की चिंता है।