साल 2024 में उत्तर भारत में रियल एस्टेट कारोबार के प्रमुख केंद्रों में शुमार नोएडा, ग्रेनो और गाजियाबाद ने मांग और कीमत के लिहाज से नई ऊंचाइयों को छुआ है। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, अंतरराष्ट्रीय स्तर की फिल्म सिटी और नए एक्सप्रेसवे की वजह से जो मुनाफा प्रापर्टी बाजार ने दिया, उतना कभी और किसी कारोबार ने नहीं दिया। इसका सीधा असर रिहायशी, औद्योगिक, व्यवसायिक और संस्थागत समेत फ्लैटों की कीमतों में तेजी का दिखा। हालांकि कुछ साल पहले से इतर इस मर्तबा ज्यादा मांग महंगे और आलीशान श्रेणी के फ्लैट और प्रापर्टी को लेकर रही है। जानकार नए साल में इसमें और तेजी आने की सकारात्मक उम्मीद जता रहे हैं।
डेवलपरों और निवेशकों में उत्साह
इस क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि 2024 ना केवल नोएडा बल्कि देशभर के रियल एस्टेट बाजार के लिए एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हुआ। अब लग्जरी (विशिष्ट) और अल्ट्रा-लग्जरी (अति विशिष्ट) संपत्तियों की तरफ लोगों का रुझान बढ़ा है। अमीर और उच्च मध्यमवर्गीय लोगों की ऐसे घर पहली पसंद बन गए हैं। इसी बदलते ट्रेंड के चलते नोएडा, ग्रेनो, गाजियाबाद जैसे इलाकों में भी विकासकर्ताओं ने प्रीमियम श्रेणी के फ्लैट, घर और विला की परियोजनाएं शुरू की है।
हालांकि, यमुना सिटी में जरूर साल के आखिर में कीमतों में कमी या स्थिरता आई है। भवन परियोजनाओं के बजाए यहां पर आवासीय भूखंडों को लेकर सबसे ज्यादा मारामारी तकरीबन पूरे साल बरकरार रही लेकिन अंत के महीनों में खरीद-फरोख्त में कमी आने से रिटर्न में 20 फीसद तक की कमी जरूर रही।
वेव सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीजे सिंह का कहना है कि भारतीय आवास बाजार में एकीकृत शहर, नियोजित विकास, हरित इमारत और स्मार्ट होम्स के मामले में उछाल आने वाला है। निरंतर तकनीकी उन्नति के साथ 2025 ‘को-लिविंग स्पेस और रेंटल लिविंग’ में बढ़ोतरी का गवाह बनेगा।
प्रतीक समूह के एमडी प्रतीक तिवारी का कहना है नोएडा एक्सप्रेसवे का सेक्टर-150 और मेरठ एक्सप्रेसवे से सटा गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार जैसे इलाके आलीशान रिहायश के केंद्र बनकर उभरे हैं। महंगी और सुसज्जित जीवनशैली ने स्मार्ट होम तकनीक और शांति केंद्रित सुविधाओं की मांग तेजी से बढ़ाई है।