राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख अब नजदीक आ रही है। 22 नवंबर को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। टॉइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी इस दिन प्रोटोकॉल छोड़कर 500 मीटर की दूरी पैदल ही तय करेंगे। रिपोर्ट में इस बात की भी संभावना जताई गई है कि राम मंदिर ट्रेस्ट पीएम नरेंद्र मोदी से भगवान राम की मौजूदा चल मूर्ति को अस्थायी मंदिर स्थल से नए राम मंदिर के गर्भगृह तक ले जाने का भी निवेदन कर सकता है।

इस खास मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पीएम नरेंद्र मोदी के साथ नजर आ सकते हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चीफ मोहन भागवात राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी यजमान की भूमिका निभाएंगे। यह कार्यक्रम सुबह 11.30 बजे से 12.30 बजे के बीच होगा।

रामलला की मौजूदा ‘चलमूर्ति’ को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम वाले दिन पवित्र स्थान पर रखा जाएगा जबकि इस समय बनाई जा रही तीन पांच फीट की मूर्तियों में से एक को गर्भगृह में ‘अचल मूर्ति’ के रूप में रखा जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार, ‘चल मूर्ति’ सालभर आयोजित होने वाले शुभ कार्यक्रमों के दौरान ‘अचल मूर्ति’ के बराबर में लगाई जाएगी। बता दें कि राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा बनवाई जा रही तीन मूर्तियों में किस मूर्ति को गर्भगृह स्थापित किया जाएगा, यह अभी तय नहीं हुआ है।

अन्य मूर्तियों का क्या होगा?

सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, गर्भग्रह के अलावा रामलला की एक मूर्ति मंदिर में फर्स्ट फ्लोर पर स्थापित की जाएगी। मंदिर के दूसरे फ्लोर पर राम दरबार बनाया जाएगा। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, अभिषेक समारोह की विस्तृत योजना अगले साल मकर संक्रांति के दिन से शुरू होगी। नई प्रतिमा को सरयू नदी व अन्य पवित्र नदियों के पानी से स्नान करवाया जाएगा और अयोध्या शहर के अंदर भ्रमण करवाया जाएगा। इसके बाद 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम से पहले करीब एक दर्जन धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

8000 लोग किए जाएंगे आमंत्रित

कहा जा रहा है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए देशभर से करीब 8000 लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। इनमें से 3500 संत और महात्मा हैं। कार्यक्रम में भारत के टॉप नेताओं, प्रतिष्ठ लोगों, व्यापारियों, पद्म सम्मान से नवाजे गए लोगों के अलावा कुछ देशों के राष्ट्राध्यक्षों को भी आमंत्रित किया जाएगा। इन सबसे अलावा राम मंदिर में उन कार सेवकों के परिवारों को भी आमंत्रित किया जाएगा जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाई थी।