Rashtriya Swayamsevak Sangh Ram Madhav: 79 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से RSS की तारीफ की तो यह सवाल खड़ा हुआ कि क्या बीजेपी और संघ के रिश्ते अब मधुर हो गए हैं? इस बारे में राम माधव ने बयान दिया है। राम माधव संघ में बेहद अहम भूमिका निभाने के साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं।
न्यूज़ एजेंसी ANI ने जब राम माधव से पूछा गया कि इस तरह की अटकलें लगाई जाती हैं कि बीजेपी और संघ के रिश्तों में कुछ अच्छा नहीं चल रहा है तो उन्होंने जवाब में कहा, “समय-समय पर इस तरह की अटकलें लगाई जाती रहती हैं, जब और कुछ मुद्दा नहीं मिलता तो RSS को पिक्चर पर लाया जाता है और कहा जाता है कि RSS और बीजेपी के बीच तनाव है।”
राम माधव ने साफ-साफ कहा कि RSS और बीजेपी एक वैचारिक परिवार के एक संबंध में जुड़े हुए दो संगठन हैं। राम माधव ने कहा कि राजनीतिक दृष्टि से बीजेपी अपना काम करती है और राजनीति से बाहर समाज में RSS काम करता है।
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सभी को साथ लेकर चलता है संघ
राम माधव ने साफ कहा कि बीजेपी-RSS के रिश्तों में किसी भी तरह का कोई मनमुटाव नहीं है। राम माधव ने यह भी कहा कि RSS संप्रदाय विशेष, धर्म विशेष, राजनीतिक दल विशेष किसी का भी विरोध नहीं करता और संघ का हमेशा प्रयास यही रहा है कि सभी को साथ लेकर चला जाए।
राम माधव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की तारीफ की और कहा कि इससे संघ के स्वयंसेवकों को प्रेरणा मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग राजनीतिक वजहों से हमेशा संघ का विरोध करते हैं।
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नड्डा के बयान से मची थी हलचल
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान जब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का यह बयान आया था कि बीजेपी अब आगे बढ़ चुकी है और अकेले चलने में सक्षम है तो इसके बाद संघ और बीजेपी के रिश्तों में कड़वाहट होने की खबरें सामने आई थी।
लोकसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी को उम्मीद के मुताबिक कामयाबी न मिलने को लेकर भी संघ की ओर से कई बार बयान आए थे। संघ प्रमुख मोहन भागवत का यह बयान चर्चा में रहा था कि आत्म-विकास के क्रम में एक मनुष्य ‘सुपरमैन’, फिर ‘देवता’ और फिर ‘भगवान’ बनना चाहता है। लेकिन इसके बाद हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली के विधानसभा चुनाव में RSS सक्रिय हुआ था और तीनों ही जगह पर बीजेपी को अच्छी सफलता मिली थी। तब यह कहा गया था कि दोनों के रिश्ते सुधर रहे हैं।
इसी साल अप्रैल में मोहन भागवत पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए प्रधानमंत्री आवास पहुंचे थे। राम माधव के इस बयान के बाद ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी और संघ के रिश्ते पहले की तरह अच्छे हो गए हैं।