राकेश टिकैत ने कहा है कि दिल्ली सरकार रास्तों को ब्लॉक कर रही है . साथ ही सरकार के पास जनता को दुखी करने का सारा प्लान है। राकेश टिकैत का यह बयान तब सामने आया है जब कुछ दिन पहले ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गाजीपुर बॉर्डर पहुँच कर आंदोलनकारी किसानों के लिए पानी के टैंकर की व्यवस्था करायी थी। इसके अलावा आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह राकेश टिकैत के लिए आयोजित महापंचायत में शामिल होने के लिए भी गए थे।

दरअसल किसानों को दिल्ली में आने से रोकने के लिए और लोगों को आंदोलन में शामिल होने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने सड़क पर कंटीली तार बिछा दिए हैं। इसके अलावा बॉर्डर पर सात लेयर की घेराबंदी की गई है। वहीँ टीकरी बॉर्डर पर जाने वाली सड़कों पर कीलें बिछा दी गई हैं।   

इसपर राकेश टिकैत ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने यहाँ तक मान लिया कि धरनाप्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। इसके बावजूद दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार रास्ते को बंद कर रही है। जिससे जनता कहे कि आन्दोलनकारी किसान जनता को दुखी कर रहे हैं। लेकिन हम ऐसा नहीं कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ही  सारे रस्ते को बंद कर रही है। साथ ही राकेश टिकैत ने जनता से अपील करते हुए कहा कि आपलोग पुलिस से बात करें और रास्ता खुलवाएं। राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि जिस लेन से एंबुलेंस गुजरा करती थी उसे भी पुलिस ने बंद कर दिया. जबकि वह उत्तराखंड की लाइफलाइन है।

राकेश टिकैत ने आगे कहा कि पुलिस ने रोड पर कटीले तार लगा दिए । यहाँ तक कि जिन तीन रोड को हमने छोड़ रखा था उन्हें भी बंद कर दिया गया है। टिकैत ने यह भी कहा कि किसानों के प्रदर्शन की वजह से लोगों को दिक्कत नहीं हो रही बल्कि इसके बावजूद पुलिस ही रास्ता रोक रही है और लोगों को मुसीबत में डाल रही है।

 

हालाँकि राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि हम मानते हैं कि बातचीत से ही हर समस्या का समाधान निकलेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि बजट में बार बार जो किसानों की बात की गयी है वह पूरी तरह से फेल है। बजट में केवल कर्जे की बात की गयी है. क्या सरकार यह चाहती है कि किसान हमेशा कर्जे में ही दबा रहे। साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक बिल वापसी नहीं होगी तब तक घर वापसी नहीं होगी।