Opposition Parliament protest updates: राज्यसभा से निलंबित होने वाले विपक्षी दलों के 24 सांसद संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास 50 घंटे से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को इन सांसदों ने खुले आसमान के नीचे रात गुजारी। बता दें कि इन सांसदों में टीएमसी के सात सांसद, टीआरएस के तीन, डीएमके के 6, दो माकपा के और भाकपा एवं आप का एक-एक सांसद शामिल हैं।

विरोध कर रहे सांसदों ने खुले आसमान की जगह तंबू लगाने का निवेदन किया था लेकिन उनके इस अनुरोध को अधिकारियों ने नहीं माना। दरअसल परिसर के अंदर कोई ढांचा नहीं बनाया जा सकता है, ऐसे में उनके अनुरोध को स्वीकार नहीं किया गया। हालांकि, विरोध करने वाले सांसदों को संसदीय पुस्तकालय के बाथरूम में शौचालय का उपयोग करने की अनुमति दी गई है।

सांसदों के खाने पीने का इंतजाम:

बता दें कि विपक्षी दलों की तरफ से निलंबन के खिलाफ विरोध कर रहे सांसदों के खाने पीने का इंतजाम किया गया है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक विपक्ष दलों ने इन सांसदों के लिए इडली सांबर, चिकन तंदूरी, गाजर का हलवा और फलों की व्यवस्था की।

बुधवार को डीएमके सांसद तिरूची सिवा ने इन सांसदों के ब्रेकफास्ट का इंतजाम किया। इसमें उनके लिए इडली-सांभर की व्यवस्था की। जबकि टीएमसी ने फलों और सैंडविच की व्यवस्था की। इसके अलावा दोपहर के लिए डीएमके की ही तरफ से चावल और दही मंगाया गया था। वहीं रात के मेन्यू में सांसदों को रोटी, दाल, पनीर और चिकन तंदूरी दी गई थी।

बता दें कि डीएमके की कनिमोझी निलंबित सांसदों के खाने के लिए गाजर का हलवा लेकर आईं। इसके बाद खुले आसमान में रात बिताने के बाद गुरुवार की सुबह सांसदों के ब्रेकफास्ट का इंतजाम भी डीएमके की तरफ से हुआ। सांसदों के लंच की व्यवस्था टीआरएस और डिनर का इंतजाम आप की ओर से किया जाएगा।

वहीं सांसदों को चिलचिलाती धूप से बचाने के लिए आप ने तंबू लगाने का इंतजाम किया था लेकिन संसद परिसर के अधिकारियों ने इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया।

तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें निलंबित सांसद खुले आसमान में सोने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने लिखा कि संसदीय कार्य मंत्री ने निलंबित सांसदों को 50 घंटे तक विरोध नहीं करने की सलाह दी। डेरेक ने ट्वीट में कहा कि मंत्री जी, हम अच्छे हैं। आप घर में अच्छी नींद लें।