चार राज्यों कर्नाटक, हरियाणा, महाराष्ट्र और राजस्थान में शुक्रवार को राज्यसभा की 16 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। कर्नाटक में क्रॉस वोटिंग के बाद सियासत गरमाई हुई है वहीं राजस्थान में भाजपा विधायक का वोट खारिज हो गया है। कर्नाटक में जेडीएस विधायक के श्रीनिवास गौड़ा ने यह कहकर सियासी पारा चढ़ा दिया कि उन्होंने कांग्रेस को वोट किया है। इसको लेकर दोनों दलों के बीच, आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
दूसरी तरफ, जेडीएस प्रमुख एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया पर उनकी पार्टी के विधायकों को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। सिद्धारमैया ने जेडीएस विधायकों से कांग्रेस प्रत्याशी मंसूर अली खान का समर्थन करने की अपील की थी, जिसको लेकर कुमारस्वामी भड़के हुए थे।
ओवैसी की पार्टी ने किया कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन
महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव के दौरान एआईएमआईएम ने कांग्रेस उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान कर सभी को चौंका दिया। राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू होने से कुछ देर पहले औरंगाबाद से पार्टी के सांसद इम्तियाज जलील ने इस बात का ऐलान किया।
इम्तियाज जलील ने कहा कि उनकी पार्टी ने ज्यसभा चुनाव में भाजपा को मात देने के लिए महा विकास अघाड़ी के उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला किया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना के साथ उनकी पार्टी के राजनीतिक और वैचारिक मतभेद पूर्व की तरह ही कायम रहेंगे। महाराष्ट्र में 6 सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए सात उम्मीदवार मैदान में हैं।
राजस्थान में भाजपा विधायक का वोट खारिज
राजस्थान की बात करें तो, यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिली है। खरीद-फरोख्त की आशंका को देखते हुए दोनों दलों ने अपने-अपने विधायकों की किलेबंदी की थी। वहीं, वोटिंग के दौरान भाजपा विधायक शोभारानी कुशवाहा ने कांग्रेस के लिए वोट कर दिया। इसके बाद निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा ने भाजपा विधायक का वोट रद्द करने की मांग की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शोभारानी ने कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी को वोट किया था। जानकारी के मुताबिक, शोभारानी का वोट खारिज हो गया है। शोभारानी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की करीबी मानी जाती हैं। वहीं, भाजपा विधायक का वोट खारिज होने के बाद सुभाष चंद्रा की राह मुश्किल होती दिखाई दे रही है। वे भाजपा के समर्थन से निर्दलीय मैदान में हैं।