Dr Manmohan Singh Retirement : राजनीतिक काल चक्र एक बड़े इतिहास का गवाह बनने वाला है क्योंकि देश के पूर्व पीएम और कांग्रेस नेता डॉक्टर मनमोहन सिंह का राज्य सभा का कार्यकाल खत्म होने वाला है। वे 33 साल तक राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। उनके साथ ही 9 केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही कुल 54 सांसदों का कार्यकाल खत्म हो गया है।

खास बात यह है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी रायबरेली सीट छोड़ चुकी है और राजस्थान के जरिए राज्यसभा में डेब्यू करने वाली हैं। इससे पहले वह लंबे समय तक लोकसभा से ही सांसद रही थीं लेकिन अब उम्र के इस पड़ाव में सोनिया गांधी ने राज्यसभा के रास्ते संसद जाने का फैसला लिया था।

बता दें कि डॉक्टर मनमोहन सिंह को अर्थव्यवस्था से जुड़े कई फैसलों के चलते काफी सराहा जाता है। 1991 में पहली बार वह राज्यसभा सांसद बने थे और पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री भी रहे थे। उसी दौरान देश में इकॉनमिक लिबरलाजेशन हुआ था। वहीं 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री भी रहे थे।

राज्यसभा से ही बने थे PM

खास बात यह है कि वे राज्यसभा के रास्ते ही पीएम बने थे। फिलहाल उनकी उम्र 91 साल है। मनमोहन सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मनसुख मंडाविया, राजीव चंद्रशेखर, पुरुषोत्तम रुपाला, वी मुरलीधरन, नारायण राणे, एल मुरुगन जैसे केंद्रीय मंत्रियों का राज्यसभा कार्यकाल भी खत्म होने वाला है। हालांकि एल मुरुगन और अश्विनी वैष्णव को छोड़कर सभी मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा पत्र

बता दें कि राज्यसभा के 49 सांसद रिटायर हुए थे और 5 अन्य सांसद बुधवार को रिटायर हो जाएंगे। इसमें जया बच्चन शामिल हैं. हालांकि उन्हें दूसरे कार्यकाल के लिए नामित भी कर दिया गया है। मनमोहन सिंह के रिटायरमेंट पर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भावुक होते हुए एक खत लिखा है। इसमें उन्होंने कहा कि अब आप राज्यसभा में नहीं होंगे और सक्रिय राजनीति से रिटायर ले रहे हैं। हालांकि इसके बाद भी आपकी आवाज देश की जनता के लिए उठती रहेगी।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पत्र में लिखा कि तीन दशकों से अधिक समय तक सेवा करने के बाद आज जब आप राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं, तो एक युग का अंत हो गया है।