मुंबई में 12 मार्च, 1993 को एक के बाद एक हुए 13 विस्फोटों के मुख्य षड्यंत्रकारी दाऊद इब्राहीम के पते ठिकाने के बारे में अनभिज्ञता जताए जाने संबंधी बयान को लेकर विपक्ष के निशाने पर आई राजग सरकार ने सोमवार को पुरजोर शब्दों में कहा कि दाऊद के पाकिस्तान में होने की विश्वसनीय सूचना है और सरकार उसे भारत वापस लाकर रहेगी।

दाऊद को लेकर पाकिस्तान पर हर स्तर पर दबाव बनाए रखने का दावा करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि हम पाकिस्तान पर उसकी अंतरराष्ट्रीय बाध्यताओं को पूरा करने, दाऊद इब्राहीम और अन्य आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें भारत को सौंपने के लिए सभी स्तरों पर लगातार दबाव बनाए हुए है।

भारत के पास उसके पाकिस्तान में होने की विश्वसनीय सूचना है। भारत ने दाऊद के पाकिस्तान पासपोर्टों और पाकिस्तान में उसके कथित पतों सहित उससे संबंधित ब्योरे समय समय पर पाकिस्तान को इस अनुरोध के साथ मुहैया कराए हैं कि वे उसका पता लगाएं और उसे हमें सौंप दें क्योंकि इंटरपोल से उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करवाने वाला देश भारत है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ऐसे व्यक्ति का पता लगाने के लिए बाध्य है जिसके बारे में रेड कार्नर नोटिस जारी किया गया है ताकि नोटिस जारी करवाने वाला देश उस व्यक्ति के संबंध में प्रत्यर्पण या निर्वासन या कोई अन्य कानूनी प्रक्रिया शुरू कर सके। लेकिन पर्याप्त दस्तावेजी और अन्य साक्ष्य सौंपे जाने के बावजूद पाकिस्तान दाऊद का पता लगाने और उसके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू करने में विफल रहा है।

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मामले की पृष्ठभूमि में जाते हुए बताया कि दाऊद मुंबई में 1993 में हुए सिलसिलेवार विस्फोटों के मामलों में वांछित है। उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी एक विशेष नोटिस जारी कर रखा है। इस संबंध में चाहे जो भी कदम उठाना पड़े, हम दाऊद को भारत लाकर ही रहेंगे।

पांच मई, 2015 को सदन में गृह राज्यमंत्री हरिभाई परथीभाई चौधरी की ओर से दाऊद के संबंध में दिए गए अतारांकित सवाल के लिखित जवाब पर विपक्षी दलों ने काफी हंगामा मचाया था। इसी मामले को लेकर गृह मंत्री ने बीते शुक्रवार को सदन में कहा था कि वे सोमवार को इस मुद्दे पर एक बयान देंगे।

गृह राज्यमंत्री ने दाऊद के पते ठिकाने के संबंध में किए गए सवाल के जवाब में कहा था कि दाऊद कहां है, इसके बारे में सरकार को कोई जानकारी नहीं है। विपक्षी दलों ने यह कहते हुए इस जवाब पर हंगामा मचाया था कि भारत तमाम राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लगातार यह कहता आया है कि दाऊद पाकिस्तान में है।