भारतीय जनता पार्टी (BJP) चीफ जे.पी नड्डा ने शनिवार को कांग्रेस पर निशाना साधा है। Rajiv Gandhi Foundation से जुड़ी  बातों को मुद्दा बनाते हुए उन्होंने कहा कि इस फाउंडेशन ने मेहुल चोकसी से क्यों पैसा लिया? चोकसी और इस फाउंडेशन के बीच क्या संबंध हैं। नड्डा ने इसके अलावा यह भी सवाल दागा कि जो पीएम नेशनल रिलीफ फंड लोगों की मदद के लिए है, उससे कुछ सालों तक राजीव गांधी फाउंडेशन को क्यों पैसा क्यों दिया गया? देश ये जानना चाहता है।

नड्डा के मुताबिक, मैं सोनिया गांधी को कहना चाहता हूं कि कोरोना के कारण या चीन की स्थिति के कारण मूल प्रश्नों से बचने का प्रयास न करें। भारत की फौज देश की और हमारी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है। 130 करोड़ देश्वासी जानना चाहता है कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए क्या-क्या काम किया और किस तरह से आपने देश के विश्वस के साथ विश्वासघात किया है।

उन्होंने आगे कहा- कुछ दिन पहले ट्वीट करके राजीव गांधी फाउंडेशन पर प्रश्न उठाए थे, आज पी चिदंबरम कहते हैं कि फाउंडेशन पैसे लौटा देगा। देश के पूर्व वित्त मंत्री जो खुद बेल पर हों, उसके द्वारा ये स्वीकारना होगा कि देश के अहित में फाउंडेशन ने नियम की अवहेलना करते हुए फंड लिया। पीएम नेशनल रिलीफ फंड जो लोगों की सेवा और उनको राहत पहुंचाने के लिए है, उससे 2005-08 तक राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा क्यों गया? हमारे देश की जनता इसका जवाब जानना चाहती है।

बकौल भाजपा प्रमुख, “यूपीए शासन में कई केंद्रीय मंत्रालयों, सेल, गेल, एसबीआई, अन्य पर राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा देने के लिए दबाव बनाया गया। देश की जनता इसका कारण जानना चाहती है। पीएम नेशनल रिलीफ फंड का ऑडिटर कौन है?”

उन्होंने आगे बताया कि ठाकुर वैद्यनाथन एंड अय्यर कंपनी ऑडिटर थी। रामेश्वर ठाकुर इसके फाउंडर थे। वो राज्य सभा के सांसद थे और 4 राज्यों के राज्यपाल रहे। कई दशकों तक उसके ऑडिटर रहे। देश जानना चाहता है कि ऐसे लोगों ऑडिटर बनाकर क्या सरकार करना चाह रही थी। पीएम नेशनल रिलीफ फंड में एक ट्रस्टी कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष भी है।

इतना ही नहीं, नड्डा ने पूछा- देश की जनता जानना चाहती है कि आखिर Rajiv Gandhi Foundation ने CAG ऑडिटिंग से क्यों इन्कार कर दिया था? क्यों इस फाउंडेशन पर आरटीआई लागू नहीं होती थी? आपने मेहुल चोकसी से राजीव गांधी फाउंडेशन में दान क्यों लिया और फिर उसे लोन किस वजह से दिया? देश जानना चाहता है कि चोकसी से फाउंडेशन ने पैसे क्यों लिए और इन दोनों के बीच में क्या संबंध हैं?