कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने पार्टी से किसी पद की मांग नहीं की है। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि पार्टी आलाकमान द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति जल्द ही अपना काम शुरू करेगी। लगभग एक महीने बाद जयपुर पहुंचे पायलट ने अपने निवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे बारे में व्यक्तिगत रूप से कुछ ऐसी बातें बोली गईं जिनको मैं उचित नहीं मानता था। जिन शब्दों का प्रयोग हुआ, जिस शब्दावली का इस्तेमाल किया गया, उसे सुनकर मुझे दुख भी हुआ, आश्यर्च भी हुआ और पीड़ा भी हुई।’’
पायलट ने कहा, ‘‘इन सब के बावजूद मैंने यह समझा कि राजनीति में अगर कोई उदाहरण स्थापित करना है… संवाद में शालीनता, विनम्रता अगर हमें रखनी है..अगर आने वाली पीढी के लिए उदाहरण स्थापित करना है तो मैंने वो घूंट पीकर भी कभी जवाब नहीं दिया। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हमलोग इंसान नहीं हैं।’’ उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की भावना आहत हो सकती है लेकिन बावजूद उनके सभी साथियों ने यह निर्णय लिया कि हम लोग अपनी बात कांग्रेस पार्टी के अंदर रखेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, प्रियंका गांधी ने हमारी बातों को सुना।
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उन्होंने कहा कि हमने विभिन्न मुद्दों को विस्तार से रखा, चाहे वे मुद्दे नेतृत्व के हों, कार्यशैली के हों, जनता के प्रति अपने काम को और गति देने के हों, विकास के हों, कार्यकर्ताओं की भागीदारी के हों, मान—सम्मान के हो, प्रतिष्ठा के हों या आत्मसम्मान के हों। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की एक उच्च स्तरीय कमेटी बनी है जो समयबद्ध तरीके से इन सभी समस्याओं का समाधान करने के लिये नियुक्त की गई है। उन्हें पूरा विश्वास है कि बहुत जल्द यह कमेटी अपना काम चालू करेगी और सारी बातों को सुनने के बाद जो न्याय संगत होगा, उस पर कार्रवाई करेगी।
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बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में विलय को चुनौती देने वाली याचिका पर राजस्थान उच्च न्यायालय की जयपुर पीठ 13 अगस्त को सुनवाई करेगी। इस मामले में मंगलवार को बहस अधूरी रही । भाजपा के विधायक मदन दिलावर ने इस विलय को चुनौती दी है। बसपा के विधायकों के शामिल होने के बाद कांग्रेस को राज्य विधानसभा में बहुमत कायम रखने में मदद मिली थी। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष के वकील ने बताया कि बहस अधूरी रही और मामले पर 13 अगस्त को अगली सुनवाई होगी । याचिकाकर्ता ने छह विधायकों के कांग्रेस में विलय करने को चुनौती दी है और इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा दिये गए आदेश के अमल पर रोक लगाने का अनुरोध किया है ।
केरल के वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चेन्नितला ने मंगलवार को राहुल गांधी से अपील की कि भाजपा से मुकाबले के लिये वह पुन: कांग्रेस की बागडोर संभालें । चेन्नितला ने प्रदेश के वायनाड से सांसद राहुल गांधी को लिखे पत्र में कहा है, 'हम लोग अप्रत्याशित संकट से गुजर रहे हैं । श्रीमती सोनिया गांधी बीमार होने के बावजूद झंझावात भरे इस समय से पार पाने के लिये संघर्ष कर रही हैं।'
कांग्रेस ने राजस्थान के सियासी संकट के पटाक्षेप के बाद मंगलवार को कहा कि अब सभी नेता एवं विधायक कड़वाहट भूलकर प्रदेश की तरक्की के लिए काम करेंगे। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि सरकार गिराने का प्रयास कर रही भाजपा को करारा जवाब मिला है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम के पटाक्षेप पर आठ करोड़ प्रदेशवासियों को बधाई। राहुल गांधी की दूरदृष्टि व सबको साथ लेकर चलने का संकल्प और प्रियंका गांधी का सहयोग रंग लाया। अशोक गहलोत की परिपक्वता और सचिन पायलट के विश्वास व निष्ठा ने हल निकाला।’’
अशोक गहलोत द्वारा पायलट को 'निकम्मा' कहे जाने वाले बयान पर जब मीडिया ने सचिन पायलट से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि 'मुझे मेरे परिवार से संस्कार मिले हैं इसलिए कोई चाहे मेरा कितना भी विरोध करे मैं ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करूंगा। अशोक गहलोत जी मेरे वरिष्ठ हैं और मैं उनकी इज्जत करता हूं लेकिन काम संबंधी सवाल उठाना मेरा अधिकार है।' सचिन पायलट ने कहा कि मुझे किसी पद की इच्छा नहीं है, ये चीजें आती-जाती रहती हैं। हमें लोगों का विश्वास हमारे ऊपर मजबूत रहे, इस दिशा में काम करना है।
सचिन पायलट की घर वापसी पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने खुशी जतायी और भाजपा पर निशाना साधा है। कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए तंज कसा कि 'राजस्थान में 14 अगस्त की उल्टी गिनती शुरू हो गई हैं। घर वापसी सुनिश्चित हो गई है और गहलोत ने धैर्य रखा। जिससे भाजपा चारों खाने चित्त हुई लेकिन अवसरवादिता कभी सुधारी नहीं जा सकती।'
सचिन पायलट से जब अशोक गहलोत द्वारा उन्हें निकम्मा कहने पर सवाल किया गया तो पायलट ने कहा कि वह मेरे वरिष्ठ हैं, हमने इससे पहले साथ मिलकर काम किया है। यह पहली बार नहीं है कि मैं फिर से उनके साथ काम करूंगा। मुझे लोगों का समर्थन प्राप्त है और यह मायने नहीं रखता है कि उंचे या नीचे पद पर हूं। पायलट ने कहा कि 'निकम्मा कहे जाने पर मैं आहत था लेकिन मैंने खुद ऐसी बयानबाजी नहीं की और आगे बढ़ गया। जो मेरा काम है वो सभी को दिखाई देता है। मेरे लोग और मेरे विधायक देख सकते हैं कि मैंने राजस्थान में किस तरह का काम किया है।'
गहलोत ने कहा कि सीबीआई और आयकर विभाग का राजनीति में गलत इस्तेमाल किया जा रहा है और यह सब धर्म के नाम पर किया जा रहा है लेकिन हमारी सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और अगला चुनाव भी जीतेगी।
सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट की वापसी पर कहा है कि हमारी पार्टी में शांति और भाईचारा कायम रहेगा। एक 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है जो आपसी मतभेद दूर करेगी। भाजपा ने सरकार गिराने की भरसक कोशिश की लेकिन आखिर में पार्टी के विधायकों ने एकजुट रहे और एक भी हमें छोड़कर नहीं गया।
राजस्थान में कांग्रेस के 18 बागी विधायकों के वापस लौटने की संभावनाओं के बीच अब भाजपा की कोशिश है कि वह आगामी विधानसभा सत्र के दौरान अपने विधायकों को एकजुट रखे। इसी मुद्दे पर पार्टी ने आज जयपुर में सभी विधायकों की बैठक बुलायी गई थी। हालांकि अब उसे जन्माष्टमी के बाद के लिए टाल दिया गया है। पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व भी इस मामले में नेताओं से सावधानी बरतने को कहा है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को भी यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि पार्टी के सभी विधायक एकजुट रहें। राजे हाल ही में दिल्ली का दो दिवसीय दौरा करके लौटी हैं। जहां उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष से मुलाकात की थी।
सीएम अशोक गहलोत के साथ करीब एक माह तक चली तनातनी के बाद सचिन पायलट आज करीब एक माह बाद राजस्थान लौटेंगे। सचिन पायलट आज शाम 4 बजे के करीब जयपुर लौट सकते हैं। इससे पहले सचिन पायलट ने एक ट्वीट कर कांग्रेस नेतृत्व को धन्यवाद दिया। पायलट ने अपने ट्वीट में लिखा कि 'मैं सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी और प्रियंका गांधी जी और कांग्रेस नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारी समस्याओं पर ध्यान दिया। मैं अपने विश्वास पर कायम हूं और बेहतर भारत के लिए आगे भी काम करता रहूंगा। राजस्थान को लोगों को जो वादे किए गए हैं, उन्हें पूरा करने और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए काम करता रहूंगा।'
केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के सियासी हालात पर एक ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है। शेखावत ने लिखा कि 'क्या राजस्थान कांग्रेस का नाटक, राहुल गांधी को एक बार फिर से लॉन्च करने का जुगाड़ है?!!' बता दें कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद सचिन पायलट वापसी के लिए तैयार हो गए हैं।
सचिन पायलट गुट के तीन निर्दलीय विधायकों ने आज सीएम आवास जाकर सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की। बता दें कि सचिन पायलट भी आज जयपुर पहुंच रहे हैं।
वसुंधरा राजे के करीबी एक नेता ने बताया कि उनका मानना है कि सचिन पायलट के पास अशोक गहलोत की सरकार गिराने लायक नंबर नहीं हैं, ऐसे में बागी नेताओं की कोई भी मदद करने से भाजपा को नुकसान हो सकता था।
राजस्थान में आज भाजपा विधायक दल की बैठक होनी थी लेकिन अब वह बैठक टाल दी गई है। राजस्थान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने बताया कि हमने विधायक दल की बैठक बुलायी थी लेकिन हमारे कुछ विधायक गुजरात में होने के चलते आज नहीं आ पाएंगे। इसके बाद कल जन्माष्टमी है। इसलिए सभी ने सुझाव दिया है कि मीटिंग जन्माष्टमी के बात की जाए।
राजस्थान हाईकोर्ट आज बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के मामले पर सुनवाई करेगा। बता दें कि भाजपा विधायक मदन दिलावर ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। जिस पर आज सुनवाई होगी।
सचिन पायलट की वापसी का रास्ता साफ होने के बाद सीएम अशोक गहलोत आज जैसलमेर में ठहरे विधायकों से मुलाकात करेंगे। सूत्रों के अनुसार, कुछ विधायक सचिन पायलट की वापसी से खुश नहीं बताए जा रहे हैं।
राजस्थान में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने द इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में कहा कि हमारा यह मानना रहा है कि यह कांग्रेस का अंदरुनी मामला है और हम सिर्फ विपक्षी पार्टी की तरह इसे देख रहे हैं। हमारा इसमें कोई हाथ नहीं है और हम सरकार बनाने की कोई कोशिश भी नहीं कर रहे हैं क्योंकि हमारे पास नंबर्स नहीं हैं।
केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पायलट ने कांग्रेस पार्टी और राजस्थान में कांग्रेस सरकार के हित में काम करने की प्रतिबद्धता जताई। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘इस बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फैसला किया है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी पायलट एवं अन्य नाराज विधायकों की ओर से उठाए गए मुद्दों के निदान एवं उचित समाधान तक पहुंचने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन करेगी।’’
राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बागी रुख अख्तियार करने वाले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि हमने सिद्धांतों के मुद्दे कांग्रेस नेतृत्व के समक्ष उठाये और अपनी शिकायतों के समयबद्ध निवारण के उनके आश्वासन का स्वागत करते हैं। कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक के बाद सचिन पायलट ने कहा, मुझे किसी पद की लालसा नहीं है, पार्टी ने पद दिया है और पार्टी इसे वापस ले सकती है।
कांग्रेस और राजस्थान में सचिन पायलट की अगुवाई वाले उसके असंतुष्ट खेमे के बीच सुलह होने के संकेतों के बीच भाजपा ने अपने विभिन्न विकल्पों पर विचार मंथन शुरू कर दिया है और 14 अगस्त को विधान सभा सत्र शुरू होने से पहले एकजुटता प्रदर्शित करने की कोशिश में जुटी है । भाजपा विधायक दल के नेता गुलाब चंद कटारिया ने दावा किया कि कांग्रेस में एकता होगी भी तो अस्थायी रहेगी और सरकार देर-सबेर गिर ही जाएगी।
कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, बागी विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों के समाधान के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन करने का फैसला किया है।
राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बागी रुख अख्तियार करने वाले वाले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात होने और मामले के ‘उचित समाधान’ के लिए तीन सदस्यीय समिति के गठन का फैसला होने के बाद प्रदेश में सियासी संकट अब खत्म होता नजर आ रहा है।
सचिन पायलट की राहुल और प्रियंका गांधी से भेंट पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि पायलट और सीएम दोनों ही खुश हैं। ये बीजेपी के गैर लोकतांत्रिक चेहरे पर सीधा तमाचा है। वे हॉर्स ट्रेडिंग करने वाले लोग हैं और लोकतांत्रिक तौर पर चुनी गई सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं। ये बीजेपी के गलत कामों के लिए एक संदेश है।
राजस्थान विधानसभा के प्रस्तावित सत्र से कुछ दिनों पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा से मुलाकात की जिससे राज्य में चल रही सियासी उथल-पुथल थमने और सुलह होने की उम्मीद है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी के आवास पर इस मुलाकात में करीब दो घंटे तक चर्चा हुई।
पायलट के करीबी सूत्रों का कहना है कि राजस्थान कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के दोनों शीर्ष नेताओं के समक्ष विस्तार से अपना पक्ष रखा और फिर दोनों ने उनकी चिंताओं के निदान का भरोसा दिलाया। दूसरी तरफ, कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि पायलट पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ संपर्क में बने हुए थे और उनके एवं दूसरे बागी विधायकों की वापसी के लिए फार्मूले पर काम चल रहा है।
राजस्थान में चल रहे चल रहे सियासी संकट पर तंज कसते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को नैतिकता के आधार पर अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। राज्य के सियासी संकट पर तंज कसते हुए पूनियां ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘ इन 21 दिन में देश दुनिया में राजस्थान की छवि को तार तार किया गया, ऐसे अशोक गहलोत को नैतिकता के आधार पर अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए ताकि काफी कुछ समस्याओं का समाधान हो।’’
उन्होंने सचिन पायलट खेमे के विधायकों पर लगाई गई धारा 124 ए का जिक्र करते हुए कहा कि इस तरह राजद्रोह की धारा लगाना सरकार की नीयत पर सवालिया निशान लगाता है और प्रश्न उठता है कि फिर उसे वापस क्यों लिया गया? उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो कुछ भी घटनाक्रम हुआ उसका लेखा जोखा तो जनता अपनी अदालत में देगी.. लेकिन इससे कांग्रेस का असली चरित्र जनता के सामने फिर से आ गया।
कांग्रेस के बागी विधायक भंवरलाल शर्मा ने सोमवार को यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। शर्मा कांग्रेस के उन 19 विधायकों में से हैं जो गहलोत के नेतृत्व से नाराजगी जताते हुए बागी हो गए थे और कई दिनों से हरियाणा के रिजॉर्ट में रुके हुए थे। शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री गहलोत से मिला। यह आंतरिक मामला था जिसे अब सुलझा लिया गया है। पार्टी या मुख्यमंत्री से मेरी कोई नाराजगी नहीं है। विकास के काम का मुद्दा था। मुख्यमंत्री ने आश्वसत किया कि काम होंगे।’’ उन्होंने कहा कि बाकी बागी कांग्रेस नेता भी आएंगे और चीजें मंगलवार तक साफ हो जांएगी। उल्लेखनीय है कि शर्मा 13 जुलाई से सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखे थे और माना यही जा रहा था कि वह पायलट खेमे के विधायकों के साथ हरियाणा के रिजॉर्ट में थे।
कांग्रेस और राजस्थान में सचिन पायलट की अगुवाई वाले उसके असंतुष्ट खेमे के बीच सुलह होने के संकेतों के बीच भाजपा ने अपने विभिन्न विकल्पों पर विचार मंथन शुरू कर दिया है और 14 अगस्त को विधान सभा सत्र शुरू होने से पहले एकजुटता प्रदर्शित करने की कोशिश में जुटी है । भाजपा विधायक दल के नेता गुलाब चंद कटारिया ने दावा किया कि कांग्रेस में एकता होगी भी तो अस्थायी रहेगी और सरकार देर-सबेर गिर ही जाएगी।
कटारिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि भाजपा विधायकों की बैठक मंगलवार को बुलाई गयी है। भाजपा के सूत्रों ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जयपुर में होने वाली बैठक में शामिल हो सकती हैं। वह पिछले कुछ दिन से दिल्ली में राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात कर रही हैं।