देश में आए दिन होने वाली हिन्दू राष्ट्र की चर्चाओं के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि धर्म के आधार पर बना पाकिस्तान दो देशों में टूट गया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह से कोई भी राष्ट्र एकजुट नहीं रह सकता है।
1971 के भारत-पाक युद्ध में भारत की ऐतिहासिक विजय के 50 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान धर्म के नाम पर बना था लेकिन फिर भी वो एक नहीं रह पाया और पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए। धर्म के नाम पर देश बन सकता है लेकिन देश कायम नहीं रह सकता है इसका उदाहरण पाकिस्तान हमारे सामने है।
अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि आज पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बन गया। एक धर्म के नाम पर देश बनता भी है तो वह अखंड नहीं रहता है। आप इस देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने की बात करते हो, धर्म के नाम पर बांटने की बात करते हो क्या इतने बड़े देश में ये संभव है, देश का भविष्य क्या होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया की महाशक्ति कहे जाने वाले रूस के भी 16 टुकड़े हो गए। इसलिए धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों को सोचना चाहिए कि एक धर्म के नाम पर देश बन भी जाता है तो वह कायम नहीं रहता है।
इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि आज देश को लगता है कि ऐसा माहौल बन गया है कि धर्म के नाम पर बातें की जाती है। हिंदुत्व और हिंदू राष्ट्र की बातें की जाती है। क्या कोई सोच सकता है कि देश का भविष्य क्या होगा। इस हिंदुस्तान में रहने वाले लोगों की विचारधारा अलग हो सकती है लेकिन हमारी दुश्मनी किसी से नहीं है।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान अशोक गहलोत ने टीकाकरण को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना भी साधा। अशोक गहलोत ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी को कोरोना बूस्टर डोज को लेकर कई बार पत्र लिखा है लेकिन लगता है कि उन्होंने जवाब नहीं देने की कसम खाई है। देश में बीमारों और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को प्राथमिकता के आधार पर बूस्टर डोज़ लगनी चाहिए।