राजस्थान के बीजेपी सरकार में एक मंत्री ने अपनी जिंदगी में कुछ ऐसे संकल्प ले लिये थे, जिसके लिए उनको काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, हालांकि वे संकल्प अब पूरे होने जा रहे हैं। मंत्री ने दो महत्वपूर्ण संकल्प लिये थे। इनमें से एक तो पहले ही पूरे हो चुका है, और दूसरा सोमवार को पूरा हो जाएगा। इससे वे बेहद खुशी हैं। राजस्थान में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुआ था। उसमें भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार ने सत्ता संभाली है। इस सरकार के एक मंत्री ने ही यह संकल्प लिया था।

तीन दशक पहल 1990 में किया था फैसला

दरअसल बीजेपी नेता और राजस्थान के मौजूदा शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने काफी साल पहले 1990 में दो संकल्प लिए थे। एक संकल्प था जब तक जम्मू-कश्मीर से धारा 370 समाप्त खत्म नहीं होगा, वे अच्छे और आरामदायक बिस्तर पर नहीं सोएंगे, दूसरा संकल्प था कि जब तक अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर नहीं बन जाता और वहां पर भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा नहीं हो जाती है, तब तक वे माला नहीं पहनेंगे।

मंत्री ने अपने संकल्प पर जताई है खुशी

उनका पहला संकल्प मोदी सरकार के अगस्त 2019 में धारा-370 को खत्म करते ही पूरा हो गया। इस संकल्प को पूरा होने में 29 साल लग गए। दूसरा संकल्प अब 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ ही पूरा हो जाएगा। इसको पूरा होने में 34 साल का समय लगा। अब दोनों संकल्पों के पूरा होने पर उनको काफी खुशी है।

एबीपी न्यूज से बातचीत में उन्होंने कहा कि जब उन्होंने संकल्प लिया था, तब उनके मित्र और निजी संबंधी उनका मजाक उड़ाया करते थे। हालांकि अब वे उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। इस संकल्प के पूरा होने के साथ ही अब वे आरामदायक बिस्तर पर सो भी सकते हैं और माला भी पहनेंगे।

इस बीच अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन भव्य स्तर पर सोमवार को होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल होंगे। समारोह के अगले दिन ही यह मंदिर जनता के लिए खोल दिया जाएगा। ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह दोपहर 12.20 बजे शुरू होगा और एक बजे तक उसके पूरा होने की संभावना है। इसके बाद प्रधानमंत्री आयोजन स्थल पर संतों और प्रतिष्ठित शख्सियतों समेत 7,000 से अधिक लोगों की सभा को संबोधित करेंगे।

इस कार्यक्रम को टेलीविजन और ऑनलाइन मंचों पर लाखों लोगों के सीधा प्रसारण देखने की उम्मीद है। इसे देखते हुए बीजेपी शासित राज्यों और ओडिशा ने एक दिन के अवकाश की घोषणा की है। जबकि केंद्र सरकार ने आधे दिन की छुट्टी का एलान किया है।