रेल मंत्री ने रेल परियोजनाओं में हो रही देरी के पीछे मंगलवार को राज्यसभा में जवाब दिया। रेल मंत्री ने कहा मेरे पास पश्चिम बंगाल में सब रेलवे प्रोजेक्टस का ब्यौरा है। उन्होंने कहा कि कैसे एक-एक प्रोजेक्ट्स में जमीन ना होने के कारण, वन विभाग से क्लियरेंस नहीं मिलने के कारण, कही अतिक्रमण के कारण हम प्रोजेक्ट्स को जो तेज गति देना चाह रहे हैं वह दे नहीं पा रहे हैं।
रेल मंत्री ने कहा कि माननीय अध्यक्ष महोदय एक तो प्रोजेक्ट 1974 का है जो आज तक अटका हुआ है। वह प्रोजेक्ट 110 किलोमीटर की दूरी का था। सिर्फ 42 किलोमीटर ही पूरा हो पाया है बाकि सब अटका पड़ा है। पीयूष गोयल ने कहा कि बरगछिया से चंपादंगा, चंपादंगा से तारकेश्वर, आमटा से बागनन, जंगीपुरा से फुरफुरा समेत कई प्रोजेक्ट हैं जो सालों से लंबित पड़े हैं।
पं.बंगाल में रेलवे का एक प्रोजेक्ट 1974 में शुरु हुआ, मैं तब 10 वर्ष की आयु का था।
मेरी दिली इच्छा है कि राज्य सरकार जमीन अधिग्रहण में सहयोग करे और मेरे जीते जी यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाये। pic.twitter.com/KsjCBsfF2H
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) March 17, 2020
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेरी दिल्ली इच्छा है कि राज्य सरकार जमीन अधिग्रहण में सहयोग करें और मेरे जीते जी यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाए। रेलवे के लंबित परियोजनाओं के मुद्दे पर भाजपा की तरफ से सांसद रूपा गांगुली ने भी अपने क्षेत्र की मांग रखी। रूपा गांगुली ने रेलवे की डिमांड ग्रांट का जिक्र करते हुए कहा कि संघीय व्यवस्था के सम्मान की कमी की बात कही। उन्होंने अपने क्षेत्र के कसाई हाल्ट के मुद्दे को रखा।
भाजपा सांसद ने कहा कि काशी रिवर के ऊपर एक हाल्ट है जहां पर 30 साल से लोगों की मांग थी। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तत्कालीन रेल मंत्री ने काशी हाल्ट जैसी कई परियोजनाओं का शिलान्यास तो किया लेकिन वह परियोजनाएं आज तक पूरी ही नहीं हो पाईं।
सांसद ने कहा कि कहीं कहीं तो परियोजना शुरू भी नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि मैंने अपने सांसद कोष से 2.5 करोड़ रुपये देकर काम शुरू करवाने की कोशिश की। आज 2.5 साल बाद भी वह काम पूरा नहीं हो पाया है। उस काम को रुकवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि मैं भी जिद पर अड़ी हूं, लोग 30 साल से परेशान हैं। लोग अपने घर से स्टूल लेकर आते हैं और ट्रेन पर चढ़ते हैं। वहां सिंगल बोगी प्लेटफॉर्म है। उन्होंने रेल मंत्री से कहा कि वह डीआरएम से कह कर इस परियोजना को पूरा करवाएं।

