कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने तंज कसते हुए एनडीए को “नो डाटा अवेलेबल” बताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए किसानों के धरना प्रदर्शन, कोरोना काल में ऑक्सीजन शॉर्टेज और प्रवासी मजदूरों की मौत को लेकर केंद्र को निशाने पर लिया है।

उन्होंने कहा, “नो डाटा अवेलेबल (एनडीए) सरकार चाहती है कि आप इस पर विश्वास करो कि ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं, प्रदर्शन के दौरान किसी किसान की मौत नहीं हुई, कोरोना काल में अपने घरों को पैदल यात्रा के दौरान किसी प्रवासी मजदूर की मृत्यु नहीं, किसी की मॉब लिंचिंग नहीं हुई, किसी पत्रकार की गिरफ्तारी नहीं। सरकार के पास ना कोई डाटा है, ना जवाब है और ना ही किसी बात की जवाबदेही है।”

बता दें कि नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी हो चुकी है। राहुल गांधी से 5 दिनों तक पूछताछ चली थी। वहीं, सोनिया गांधी से गुरुवार को ईडी ने 2 घंटे तक सवाल-जवाब किए। अब कांग्रेस अध्यक्ष की 26 जुलाई को फिर से पेशी है। पूछताछ में जांच एजेंसी ने उनसे 26-27 सवाल किए थे। सोनिया गांधी से पूछताछ के दौरान प्रियंका गांधी भी उनके साथ थी।

सोनिया और राहुल से ईडी की पूछताछ को लेकर कांग्रेस सड़कों पर उतर आई है। पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर वरिष्ठ नेता तक ने सड़कों पर ईडी के खिलाफ मार्चा खोल रखा है। राहुल गांधी से जब 5 दिनों तक पूछताछ चली तो कांग्रेस नेताओं ने खूब प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्री भी दिल्ली पहुंच गए थे और उन्होंने ईडी की पूछताछ को लेकर विरोध जताया और केंद्र की मोदी सरकार पर भी हमला बोला।

ये पूछताछ नेशनल हेराल्ड से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चल रही है। यह मामला यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में कथित वित्तीय नियमितताओं से संबंधित है। सोनिया और राहुल गांधी यंग इंडियन के शेयरधारकों में से हैं।

2013 में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत के आधार पर दिल्ली की एक निचली अदालत ने यंग इंडियन के खिलाफ आयकर विभाग की जांच पर संज्ञान लिया था।