मानसून सत्र में विपक्ष के हंगामे के बीच एक और घटना ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा। राहुल गांधी ब्रेक के दौरान भी लोकसभा में 45 मिनट तक बैठे रहे। बाहर जाने के बजाय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पीछे की सीट पर पंजाब के कांग्रेस सांसदों के साथ बातचीत करते हुए देखे गए। हाल ही पार्टी के अंदरूनी कलह के बाहर आने के बाद राहुल गांधी का पार्टी के सांसदों के साथ पहला सीधा संवाद माना जा रहा है। इसे उनकी पार्टी नेताओं की हौसला बढ़ाने की कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है।
गुरुवार को सदन पहुंचे राहुल गांधी ने सबसे पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कांग्रेस के प्रदर्शन में हिस्सा लिया। कृषि कानून के खिलाफ पार्टी के सांसद प्रदर्शन कर रहे थे। इसमें शामिल होने के बाद राहुल गांधी लोकसभा पहुंच गए। 45 मिनट के ब्रेक के दौरान भी राहुल सदन में बैठे रहे, वह पीछे की कतार में कांग्रेस के पंजाब के सांसदों के साथ खूब हंसी-मजाक करते हुए देखे गए।
इसके बाद राहुल गांधी, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी के साथ कुछ गंभीर चर्चा करते हुए देखे गए। इसके बाद वह शशि थरूर के साथ भी गंभीर मंत्रणा करते दुए देखे गए । इस चर्चा के बाद जब पंजाब कांग्रेस के नेताओं से जब राहुल गांधी के संग हुई चर्चा से जुड़े सवाल किए गए तो उन्होंने बताया कि गांधी के साथ पार्टी के अलावा अन्य कई विषयों पर बातचीत हुई।
कांग्रेस पिछले कई महीनों से आंतरिक विवादों का सामना कर रही है। कई राज्यों में पार्टी नेताओं की तनातनी खुलकर सामने आ चुकी है। जानकार मानते हैं कि पंजाब में कैप्टन बनाम सिद्धू के मामले ने पार्टी को खासा नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में राहुल गांधी अपनी ही पार्टी के नेताओं की नब्ज टटोलने की कोशिश करते हुए देखे गए।
इधर संसद में जारी मानसून सत्र में कांग्रेस ने लगातार आक्रामक रूख अख्तियार किया हुआ है। कृषि कानून से लेकर महंगाई, बेरोजगारी और पेगासस मामले को लेकर सरकार को घेरने की जोर आजमाइश जारी है। बताते चलें कि 19 जुलाई को मानसून सत्र शुरू हुआ था। शुरू के तीन दिन हंगामे की भेंट चढ़ चुके हैं।