लोकसभा चुनाव करीब है, इसकी आहट बीते कुछ दिनों में संसद के भीतर और बाहर से सुनाई दी है। जहां एक तरफ लोकसभा में सांसदी बहाल होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा की मौजूदा सरकार पर तीखे हमले किए वहीं जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 घंटे 13 मिनट के भाषण से अपनी मंशा ज़ाहिर कर दी है। 

भारतीय राजनीति में दोनों ही काफी अहम राजनेता हैं। दोनों के भाषण भी काफी चर्चा में रहे हैं। अब सवाल 2024 के चुनाव से पहले दोनों की लोकप्रियता से जुड़ा है कि किसे आम जनता ज़्यादा सुनना पसंद कर रही है। 

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने X पर एक डेटा साझा कर यह दावा किया है कि लोकप्रियता के मामले में राहुल गांधी पीएम मोदी को पछाड़ रहे हैं। पहले हम यह जान लेते हैं कि कांग्रेस प्रवक्ता ने क्या दावा किया है। 

सुप्रिया श्रीनेत का दावा? 

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक ट्वीट कर दावा किया है कि लोकसभा में राहुल गांधी और पीएम मोदी के भाषणों में आम जनता ने राहुल गांधी को ज़्यादा सुना है। सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा,”एक बात साफ़ है लोग PM मोदी के जुमलों से ऊब चुके हैं, वो मोहब्बत की बात कर रहे जननायक को सुन रहे हैं।” सुप्रिया श्रीनेत ने संसद टीवी की व्यूवरशिप का डेटा साझा किया और बताया कि राहुल गांधी को 3.5 लाख लोगों ने सुना है जबकि पीएम मोदी को 2.3 लाख लोगों ने सुना है। 

इंडियन नेशनल कांग्रेस के YouTube पर राहुल गांधी के भाषण को सुनने वालों की संख्या 26 लाख है जबकि भाजपा के YouTube पर पीएम मोदी को सुनने वालों की संख्या 6.5 लाख है। कांग्रेस के फेसबुक पर राहुल गांधी को 73 लाख लोगों ने देखा सुना है वहीं पीएम मोदी को सिर्फ 11 हज़ार लोगों ने सुना है। 

कांग्रेस के Twitter अकाउंट पर राहुल गांधी को 23 हजार  लोगों ने सुना है जबकि भाजपा के अकाउंट पर पीएम मोदी को 22 हजार लोगों ने सुना है। 

भाजपा ने किया पलटवार 

सोशल मीडिया पर कांग्रेस की बढ़त को लेकर ऐसे दावे सुप्रिया श्रीनेत पहले भी कर चुकी हैं। उनके इस ट्वीट का जवाब देते हुए भाजपा ने भी एक डेटा साझा किया है।  दावा किया कि पीएम मोदी के अकाउंट्स पर पिछले एक महीने में लगभग 79.9 लाख एंगेजमेंट हुए हैं और राहुल गांधी के ट्विटर पर एक महीने के अंदर 23.43 लाख एंगेजमेंट हुए हैं। पिछले तीन महीने में पीएम मोदी के ट्विटर अकाउंट पर 2.77 करोड़, तो राहुल गांधी के ट्विटर पर 58.23 लाख एंगेजमेंट ही हुए।