Ambedkar Row: देश की संसद में कथित धक्का मुक्की कांड को लेकर अब क्राइम ब्रांच की जांच शुरू होने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सोमवार को भाजपा के घायल सांसदों का बयान दर्ज किया जा सकता है। इसके ऊपर संसद की सीसीटीवी फुटेज पाने की कवायत भी अब और ज्यादा तेज हो गई है। जानकारी के लिए बता दें कि मामले की जांच चाणक्यपुरी स्थित आईएससी यूनिट कर रही है।
अब यह मामला क्योंकि सियासी तौर पर काफी गंभीर है, इसी वजह से शुक्रवार को ही क्राइम ब्रांच ने एक एसआईटी का भी गठन कर दिया था। उस एसआईटी में दो एसीपी, दो इंस्पेक्टर और तीन सब इंस्पेक्टर को रखा था। बताया गया था कि यह सभी ऑफिसर सीधे DCP को रिपोर्ट करेंगे।
समझने वाली बात यह है कि क्राइम ब्रांच राहुल गांधी को नोटिस भेजने में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाने वाली है। बीजेपी ने जरूर अपनी शिकायत में सीधे राहुल गांधी पर ही आरोप लगाए हैं, जोर देकर बोला गया है कि उनकी तरफ से धक्का मुक्ति की गई। लेकिन प्रोटोकॉल को देखते हुए सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी, उसके बाद चश्मदीदों और घायल सांसदों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। जब यह जांच पूरी हो जाएगी तब जाकर राहुल गांधी को एसआईटी द्वारा नोटिस भेजा जा सकता है।
इस पूरे मामले की बात करें तो इसकी जड़ बी आर अंबेडकर को लेकर छिड़ी एक बहस है। असल में देश की संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने बी आर अंबेडकर को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया था जिसे कांग्रेस ने सीधे संविधान निर्माता के अपमान के साथ जोड़ दिया। उस एक बयान के बाद ही संसद पूरी तरह ठप हो गई और विपक्ष की तरफ से संसद के बाहर प्रदर्शन किया गया। अब एक तरफ इंडिया गठबंधन का प्रदर्शन था तो दूसरी तरफ बीजेपी वालों का भी प्रोटेस्ट था।
बीजेपी का आरोप है कि राहुल गांधी उनके प्रोटेस्ट के अंदर घुसे और तब उन्होंने धक्का मुक्की की, उस वजह से ही पार्टी के 2 सांसद घायल हो गए जिनका अस्पताल में अभी इलाज जारी है। दूसरी तरफ कांग्रेस की थ्योरी कहती है कि भाजपा के प्रदर्शन की वजह से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चोटिल हुए। अब कौन सच बोल रहा है, किसने धक्का दिया, अभी इन्हीं सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। वैसे इस बार संसद कितनी बार बाधित हुई, ऐसा कामकाज रहा, यह सवाल अगर मन में आ रहा है तो यहां क्लिक करें