गृह मंत्रालय ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को नोटिस जारी कर उनकी नागरिकता पर जवाब मांगा है। मंत्रालय ने पूछा है कि राहुला ब्रिटिश नागरिक हैं या फिर भारतीय नागरिक। भारत में कोई भी दोहरी नागरिकता नहीं रख सकता। राहुल पर आरोप है कि उन्होंने बिट्रेन की एक कंपनी बैकाप्स लिमिटेड के दस्तावेजों में खुद को ब्रिटिश नागरिक घोषित किया है। बीजेपी ने कहा है कि वह इस कंपनी के डायरेक्टर भी थे।
वहीं कांग्रेस ने इस नोटिस को राजनीति से प्रेरित करार दिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि राहुल गांधी भारत में पैदा हुए यह पूरा हिंदुस्तान जानता है। लोकसभा चुनावों के बीच राहुल को जारी हुए इस नोटिस से कई सवाल खड़े होते हैं। मोदी सरकार का नोटिस इन 7 कारणों से सवालों के घेरे में हैं:-
1. यह नोटिस लोकसभा चुनाव के बीच जारी हुआ है। अबतक चार चरणों के लिए मतदान हो चुके हैं। बाकी बचे चरणों में बीजेपी की सीधी टक्कर कांग्रेस से हैं।
2. यह नोटिस बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की 2017 में की गई शिकायत के आधार पर जारी किया गया है। स्वामी ने हाल ही में गृह मंत्रालय को शिकायत के बारे में याद दिलाया और फिर मंत्रालय ने तुरंत नोटिस जारी कर दिया।
3. सुप्रीम कोर्ट नवंबर 2015 को इसी तरह के आरोपों से जुड़ी एक याचिका को खारिज कर चुका है।
4. भाजपा वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी अध्यक्षता वाली संसद की आचार समिति में वर्ष 2016 में इस मामले को उठाया गया था। जिसमें राहुल ने कहा था कि उन्होंने कभी ब्रिटेन की नागरिकता नहीं ली। इसके बाद गहन विचार के बाद समीति ने मामले को आगे नहीं बढ़ाया।
5. राहुल गांधी 15 साल से सांसद हैं। जिनमें उनके पांच साल तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली सरकार में गुजर गए। अब सवाल यह है कि जो सकरार खुद को ‘चौकीदार’ कहती है वह इतने समय तक एक ऐसे शख्स को जिसकी नागरिकता पर भ्रम है उसे कैसे लोकसभा सदस्य के रूप में स्वीकार करती है।
6. बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह अक्सर घुसपैठियों को भारत से बेदखल करने की बात कहते हैं और उन्हें “दीमक” बताते हैं। अब सवाल यह है कि इतने सालों में वह एक संदिग्ध भारतीय को पकड़ और देश से निकालने की बजाय इन इतने सालों तक क्या कर रहे थे।
7. लोकसभा की वेबसाइट पर भी राहुल का जन्म स्थान “दिल्ली” बताया गया है। नागरिकता अधिनियम के अनुसार, 26 जनवरी, 1950 और 1 जुलाई, 1987 के बीच भारत में पैदा हुआ प्रत्येक व्यक्ति एक भारतीय नागरिक है। फिर भी, भारतीय गृह मंत्रालय और भाजपा विवाद को फिर से जीवित करने के लिए अपनी ऊर्जा और समय को खर्च कर रहे हैं।
बता दें कि कुछ साल पहले जब राहुल गांधी पर ये आरोप लगे थे तो कांग्रेस ने बैकॉप्स से जुड़े दस्तावेज को सार्वजनिक किया था, जिसमें उनकी नागरिकता भारतीय बताई गई थी। बहरहाल गृह मंत्रालय ने इस नोटिस को सामान्य प्रक्रिया बताया है। तो वहीं कांग्रेस ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया है। राहुल को 15 दिनों के अंदर इस नोटिस का जवाब देना है। लेकिन निश्चित तौर पर उन्हें अपने जवाब मे तथ्यात्मक बातों का उल्लेख करना होगा।