Bharat Jodo Yatra in Delhi: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में क्या आम और क्या खास, कांग्रेस के सभी आला नेताओं को दिल्ली की सड़कों पर ला खड़ा कर दिया। शनिवार सुबह दिल्ली के हरियाणा के फरीदाबाद-बदरपुर सीमा (Faridabad-Badarpur Border) से दिल्ली में प्रवेश करते ही उन सभी कांग्रेसी नेताओं को कुहासे और ठंड (Fog And Cold) भरी सड़कों पर चलते देखा गया। यही नहीं जब मथुरा रोड से आश्रम फ्लाईओवर के बगल में स्थित जयराम ब्रह्मचर्य आश्रम ट्रस्ट पर कुछ घंटे का विश्राम हुआ तो वहां पार्टी के क्या आम और क्या खास, सभी यूं ही समय बिताते और राहुल गांधी को उनके आराम के लिए बने कंटेनर से बाहर आने का इंतजार करते नजर आए।
पार्टी के वरिष्ठ नेता आम लोगों की तरह चल रहे थे
पार्टी के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, सांसद अधीर रंजन चौधरी, सांसद जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, पवन खेड़ा, सांसद शक्ति सिंह गोहिल से लेकर विभिन्न राज्यों के आला नेताओं के साथ युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता जयवीर नागर व दिल्ली कांग्रेस के सभी पूर्व और वर्तमान नेता सुबह से शाम तक यात्रा की व्यवस्था में तल्लीन दिखे।
सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी हुईं शामिल
यही नहीं अन्य राज्यों को छोड़ दें तो दिल्ली में इस यात्रा की खास विशेषता यह देखी गई कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी भी अपनी जेड श्रेणी सुरक्षा को दरकिनार कर यात्रा में आम यात्री की तरह शामिल हुईं। हालांकि, राहुल गांधी के इशारे से सोनिया गांधी को गाड़ी में बैठा दिया गया तो प्रियंका गांधी बिना किसी तामझाम के उस आश्रम तक आईं, जहां यात्रा में दो घंटे का विश्राम रखा गया था। सोनिया गांधी गाड़ी में बैठकर भी कार्यकर्ताओं का नजदीक से अभिवादन लेते देखी गईं तो प्रियंका गांधी भी आम कार्यकर्ताओं से हाल चाल लेती देखी गईं।
हां, कुछ नेताओं को आश्रम में बैठे तो देखा गया, मगर उन्हें भी अपनी हैसियत का आकलन तब हो गया जब उनके सामने ही दिग्गी राजा और पी चिदंबरम को यूं ही भीड़ में लाइन लगकर खाना खाते और बातचीत करते देखा गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार के साथ उनकी टीम के सभी नेताओं, पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों के हाव-भाव में व्यस्तता झलक रही थी।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा,अरविंदर सिंह लवली, रमाकांत गोस्वामी, मंगत सिंह सिंघल, पूर्व विधायकों में जयकिशन, राजेश लिलोठिया, नसीब सिंह, विजय लोचव, अनिल भारद्वाज, अलका लांबा, डा नरेंद्रनाथ, आसिफ मोहम्मद खान, कंवर सिंह तंवर से लेकर मुख्य प्रवक्ता डा नरेश कुमार, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष अमृता धवन समेत पूर्व व वर्तमान निगम पार्षद भी यात्रा की व्यवस्था में लगे रहे।
जाम के बावजूद यात्रा के पीछे चलते रहे लोग
बदरपुर से लेकर आश्रम, निजामुद्दीन से लेकर इंडिया गेट और आइटीओ से लाल किला तक यात्रा के कारण जाम रहा। हालांकि, वाहन चालकों को जाम से बचाने के लिए यातायात पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग भी सुझाया था। मगर वाहन चालकों ने वैकल्पिक मार्ग को न अपनाकर रैली के साथ चल किसी न किसी तरह से रैली में अपनी भागीदारी निभाई।
बदरपुर से जब आश्रम की ओर यात्रा निकली तो पुलिस वालों ने एक तरफ की सड़क बंद कर दूसरी तरफ की सड़क पर ही गाड़ियों के आने-जाने का बंदोबस्त कर आम लोगों को सहूलियत देने की कोशिश की, लेकिन दर्जनों वाहन चालकों ने स्वेच्छा से राहुल गांधी की यात्रा के सहभागी बने। वाहन चालकों का जज्बा उस वक्त देखने लायक था जब पुलिस ने उन्हें भीड़ से अलग वैकल्पिक मार्गों से जाने की सलाह दी तो बड़ी संख्या में लोगों को यह कहते सुना गया कि वे पहले तो यात्रा में शामिल नहीं हो सके मगर अब मौका मिला है तो सहभागी बन सकते हैं।