कांग्रेस ने ऐलान कर दिया है कि राहुल गांधी रायबरेली से उम्मीदवार होने जा रहे हैं, वहीं अमेठी से के एल शर्मा प्रत्याशी होंगे। कई दिनों की देरी के बाद लोकसभा चुनाव के लिए इन दोनों ही सीटों पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है। पहले कहा जा रहा था कि रायबरेली से प्रियंका गांधी को उतारा जाएगा, लेकिन अब वहां से राहुल पहली बार चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं।
स्मृति से टक्कर लेंगे शर्मा
वहीं गांधी परिवार के ही करीबी माने जाने वाले के एल शर्मा को कांग्रेस ने अमेठी जैसी हाई प्रोफाइल सीट से उतार दिया है। अब वे बीजेपी की स्मृति ईरानी का सामना करने जा रहे हैं। के एल शर्मा, राजीव गांधी से लेकर सोनिया गांधी के काफी करीबी रहे हैं, राहुल के सियासी डेब्यू के वक्त भी शर्मा ने बड़ी मदद करने का काम किया था। अब उन्हें और बड़ी भूमिका निभाते हुए अमेठी जैसे मजबूत गढ़ में कांग्रेस की वापसी करवानी है।
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले कई दिनों से ऐसी चर्चा चल रही थी कि राहुल गांधी को ही अमेठी से उतारा जाएगा। जब जमीन पर जा अमेठी के लोगों से बात की गई, तब भी ये बात पता चली कि जनता राहुल गांधी को ही ज्यादा पसंद कर रही है। यहां तक कहा गया था कि अगर राहुल इस बार लड़ेंगे, तो उनके जीतने की संभावना ज्यादा रहेगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और अब गांधी परिवार से बाहर का शख्स यहां से दावेदारी ठोक रहा है।
अमेठी की जनता इस फैसले से कुछ नाराज जरूर बताई जा रही है, लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि अब स्मृति ईरानी के लिए राह आसान बनती है या फिर अभी भी उन्हें कांग्रेस के इस गढ़ में संघर्ष करना होगा। वैसे अमेठी के अलावा रायबरेली से राहुल गांधी का लड़ना भी बड़ी बात है।
रायबरेली कांग्रेस की ही एक सुरक्षित सीट रही है, यहां पर 2004 से लगातार सोनिया गांधी जीत रही हैं। लेकिन इस बार मां ने ये सीट अपने बेटे राहुल गांधी को सौंप दी है। कहना चाहिए कि इतिहास ने खुद को दोहराया है क्योंकि 20 साल पहले 2004 में भी अमेठी सीट को सोनिया ने ही राहुल के लिए छोड़ दिया था।