Sidhu Moose Wala Murder Case: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश उत्तर प्रदेश में रची गई थी और अयोध्या में अपराधियों को ट्रेनिंग दी गई थी। उसके बाद पंजाब में मूसेवाला की हत्या की गई थी। बता दें, पंजाबी सिंगर की पिछले साल मई में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
जांच की नई तस्वीरों में गोलीबारी में शामिल गिरोह के कई सदस्य अयोध्या और लखनऊ में घूमते दिख रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, बिश्नोई गिरोह को मूल रूप से उत्तर प्रदेश में एक “बड़े घोटाले” के लिए एक बड़े “सफेदपोश” व्यक्ति को निशाना बनाने का काम सौंपा गया था। हालांकि, गिरोह की योजना विफल हो गई, जिससे उन्हें लोकप्रिय गायक की हत्या को अंजाम देने के लिए प्रेरित किया गया। हाल ही में जो तस्वीरें जारी की गई हैं, वे मूस वाला की हत्या से कुछ समय पहले ली गई थीं।
तस्वीरों में बिश्नोई गैंग के कुछ शार्पशूटर जैसे सचिन थापन बिश्नोई, सचिन भिवानी और कपिल पंडित साफ नजर आ रहे हैं। सचिन बिश्नोई को इस महीने की शुरुआत में अजरबैजान से डिपोर्ट किया गया था और उसे दिल्ली की एक कोर्ट में पेश किया गया। जिसके बाद कोर्ट ने उसे 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
सूत्रों के मुताबिक, सचिन बिश्नोई लॉरेंस बिश्नोई का सबसे करीबी सहयोगी है और कहा जाता है कि वह कई दिनों तक यूपी के अलग-अलग हिस्सों में गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ रहा था।
सूत्रों ने कहा कि तस्वीरों में विदेशी हथियारों का जखीरा दिखाया गया है, जिसमें आधुनिक पिस्तौल भी शामिल हैं, जिन्हें विशेष रूप से पाकिस्तान से मंगाया गया था। तस्वीरों में उन हथियारों को दिखाया गया है, जिनका इस्तेमाल मूसेवाला पर 100 से अधिक गोलियां चलाने के लिए किया गया था।
बिश्नोई गैंग के शूटर कई दिनों तक अयोध्या के एक फार्महाउस में रुके थे, जहां उन्होंने अपने हथियारों से फायरिंग की प्रैक्टिस की थी। यह फार्महाउस विकास सिंह नाम के एक स्थानीय नेता का था। जांच एजेंसियां अब उत्तर प्रदेश में बिश्नोई गैंग के सहयोगियों की पहचान करने में जुट गई हैं। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस मामले की जांच के लिए थापन को अयोध्या लेकर जाएगी।
पिछले हफ्ते, बिश्नोई और गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से जुड़े अंतरराष्ट्रीय हथियार डीलर धर्मनजोत सिंह काहलों को अमेरिका के कैलिफोर्निया में हिरासत में लिया गया था। बराड़ और बिश्नोई दोनों हत्या मामले में आरोपी हैं। माना जाता है कि बराड़ कनाडा में छिपा हुआ है, जबकि बिश्नोई बठिंडा सेंट्रल जेल में है। काहलों पर उन हथियारों की आपूर्ति करने का आरोप है, जिनका कथित तौर पर मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल किया गया था।
बता दें, पंजाबी सिंगर मूसेवाला की पिछले साल 29 मई को पंजाब के मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई। वो 28 साल के थे। वह उन 424 लोगों में शामिल थे जिनकी सुरक्षा राज्य में वीआईपी संस्कृति पर अंकुश लगाने के प्रयासों के तहत भगवंत मान सरकार ने वापस ले ली थी। मूसवाला को पहले चार सुरक्षा कर्मी मिले थे। हालांकि, बाद में उनकी सुरक्षा को घटाकर दो सुरक्षा कर्मी कर दिए गए थे।
मूसेवाला पर हमलावरों ने उस वक्त गोलियां बरसाईं, जब पंजाबी सिंगर और उसके दो दोस्त पंजाब के जवाहर के गांव जा रहे थे। उनकी एसयूवी पर गोलियों की बौछार कर दी गई। जिसके बाद मूसेवाला को गिरे हुए खून से लथपथ पाए गए थे। उनको तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।