आने वाले कुछ ही महीनों में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गई है। बता दें कि पंजाब को लेकर हुए एक सर्वे के मुताबिक आम आदमी पार्टी बहुमत के करीब पहुंच सकती है। वहीं भारतीय जनता पार्टी को सर्वे में पांच सीटें भी मिलती दिखाई नहीं दे रही हैं। यह सर्वे टाइम्स नाउ नवभारत के लिए किए VETO द्वारा किया गया है।

इस ओपिनियन पोल के मुताबिक गोवा और उत्तराखंड में महत्वपूर्ण सेंध लगाते हुए अरविंद केजरीवाल की AAP पंजाब के विधानसभा चुनावों में बहुमत के करीब पहुंच सकती है। वहीं अगर पोल के नतीजे आंकड़ों में बदलते हैं तो यह आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं के लिए सफल कदम होगा।

भाजपा के लिए संघर्ष भरा होगा चुनाव: पोल के मुताबिक 117 सीटों वाली पंजाब विधानसभा में आप 53-57 सीटें जीत सकती है, जोकि कांग्रेस से 41-45 सीटों के साथ आगे रहने का अनुमान है। वहीं अकाली गठबंधन 14 से 17 सीटें जीत सकती है। इसके अलावा भाजपा और कैप्टन अमरिंदर सिंह की नई पार्टी के बीच हुए गठजोड़ को इस चुनाव में संघर्ष करना पड़ सकता है। सर्वे में भाजपा गठबंधन को 1 से 3 सीटें मिलने का अनुमान है।

वहीं पंजाब में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की कार्यशैली को लेकर 41.92 फीसदी लोग संतुष्ट नजर आये। जबकि 39.08 प्रतिशत लोग उनके काम से नाखुश हैं। इसके अलावा 19 फीसदी लोगों ने कुछ कह नहीं सकते का विकल्प चुना।

चन्नी की कार्यशैली को लेकर सर्वे: इसके अलावा 60.89 प्रतिशत लोगों ने माना है कि पंजाब में केजरीवाल का दिल्ली मॉडल चलेगा। जबकि 28.48 फीसदी लोगों ने दिल्ली मॉडल को इनकार कर दिया है। वहीं 10.63 फीसदी लोगों ने अपनी कोई राय नहीं दी।

बता दें कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के कांग्रेस छोड़ने के बाद उन्होंने अपनी पार्टी के गठन का ऐलान किया है। वहीं भाजपा के साथ उनकी पार्टी के गठबंधन पर कयास लगाए जा रहे हैं कि इससे कांग्रेस को भारी नुकसान होगा।

कैप्टन से किसको फायदा होगा, इसके सवाल पर सर्वे में पता चला है कि कैप्टन द्वारा अलग पार्टी बनाने की वजह से 25.72 फीसदी लोग मानते हैं कि भाजपा को फायदा होगा। वहीं 7.10 फीसदी लोगों का कहना है कि इससे कांग्रेस का फायदा होगा। इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल को 6.10 फीसदी और 39 प्रतिशत लोग मानते हैं कि आम आदमी पार्टी को फायदा होगा। जिसमें अन्य 22.01 प्रतिशत हैं।