आगामी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। इसी सिलसिले में विपक्ष को एकजुट करने के लिए पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार दोपहर तीन बजे एक मीटिंग बुलाई है। लेकिन इस मीटिंग से पहले ही ममता बनर्जी को झटका लगा जब टीआरस ने इस बैठक में शामिल न होने का फैसला किया। वहीं, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी कहा कि अगर टीएमसी का न्योता आता तो भी कांग्रेस की वजह से वह भी इस बैठक में नहीं जाते।

ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्ष की बैठक पर न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “मुझे नहीं बुलाया गया है,अगर बुलाया जाता तो भी मैं नहीं जाता, इसकी वजह कांग्रेस है। हमें खरी खोटी सुनाने वाली टीएमसी बुलाती तो हम इसलिए नहीं जाते क्योंकि उन्होंने बैठक में कांग्रेस को बुलाया है।”

जबकि, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की टीआरएस, जिनकी भाजपा को हराने के मिशन को लेकर ममता बनर्जी के साथ नजदीकियां बढ़ीं हैं, आज की बैठक में शामिल न होने का फैसला किया और कांग्रेस को इस मीटिंग के लिए आमंत्रित किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। टीआरएस ने दो टूक कहा है कि कांग्रेस के साथ किसी भी मंच को साझा करने का कोई सवाल ही नहीं है।

पार्टी की तरफ से कहा गया है कि राहुल गांधी ने हाल ही में तेलंगाना में एक जनसभा में भाजपा के खिलाफ बिना एक शब्द बोले टीआरएस सरकार पर निशाना साधा था। इस प्रेस नोट में तेलंगाना में कांग्रेस पर ‘भाजपा के साथ गठजोड़’ करने का आरोप लगाया गया है, खासकर हाल के उपचुनावों में। टीआरएस ने कहा कि कड़ी आपत्ति दर्ज कराने के बावजूद इस मीटिंग में कांग्रेस को आमंत्रित किया गया है। सूत्रों के अनुसार, बीजद, आप और शिअद के नेता भी बैठक में शामिल नहीं होंगे। बीजद के एक नेता ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर बताया कि पार्टी को अभी तक उनके प्रमुख नवीन पटनायक की तरफ से कोई निर्देश नहीं मिला है।

हालांकि, सपा की तरफ से ममता बनर्जी को राहत मिलती दिखाई दे रही है। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर होने वाली बैठक पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “जो निर्णय ममता बनर्जी लेंगी, उसका पूरा समर्थन समाजवादी पार्टी करेगी। ममता दीदी जो तय करेंगी, सपा उसके साथ है।”

दूसरी तरफ, राष्ट्रपति चुनाव को लेकर ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई बैठक पर वाईएसआरसीपी सांसद विजयसाई रेड्डी ने कहा, “हमें कल तक बैठक का में शामिल होने का न्योता नहीं मिला है। वाईएस जगन मोहन रेड्डी किसी भी उम्मीदवार को समर्थन देने के मामले पर निर्णय लेंगे। मुझे नहीं पता कि विपक्ष उम्मीदवार खड़ा करेगा या नहीं।”