चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोमवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से करीब पांच घंटे तक बैठक की। 10 जनपथ पर हुई इस बैठक में प्रियंका गांधी, अम्बिका सोनी, पी चिदंबरम, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला जैसे बड़े नेता शामिल हुए थें। यह उनकी कांग्रेस नेतृत्व के साथ पिछले 3 दिनों में दूसरी बैठक है। यह बैठक तब हुई जब प्रशांत किशोर की आने वाले 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा अटकलें जोर पकड़ रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ये बैठके आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए कांग्रेस की रणनीति बनाने के लिए हो रही है। कांग्रेस ने प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल होने के लिए भी कहा है। बीते शनिवार को प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ उनके आवास पर बैठक की थी, जिसमें उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रशांत किशोर जल्द कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। वह पार्टी में एक चुनावी रणनीतिकार की तरह नहीं बल्कि एक नेता के रूप में कार्य करेगे। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पार्टी के सामने एक रोडमैप रखा है जिस पर विचार करने के लिए एक समिति बनाई गई है।
किशोर ने कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में 370 सीटों पर लड़ने का सुझाव दिया है जबकि बाकी बची सीटों पर गठबंधन के साथ चुनाव में उतरने की सलाह दी है। किशोर ने कांग्रेस को बिहार, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने को कहा है लेकिन तमिलनाडु, महाराष्ट्र, झारखंड और बंगाल में गठबंधन के साथ चुनाव में उतरने की सलाह दी है।
कुछ कांग्रेसी नेता नाराज: कांग्रेस में प्रशांत किशोर को शामिल करने को लेकर कुछ नेता असमंजस में है तो वहीं कुछ नेता इसके खिलाफ है। खबर यह भी है कि प्रशांत किशोर ने फरवरी में टीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मुलाकात की थी। वहीं, कांग्रेस तेलंगाना में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के खिलाफ हमलावर रहती है। कुछ दिनों पहले तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने एक जनसभा में प्रशांत किशोर को लेकर कहा कि राज्य में उनकी कोई रणनीति कारगर नहीं होगी।