बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार (27 नवंबर) को लोकसभा में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेशी दौरों के दौरान टेक्निकल ठहराव होने पर पांच सितारा लक्जरी होटलों में नहीं ठहरते बल्कि एयरपोर्ट टर्मिनल पर ही रूककर वो स्नान-ध्यान करते हैं और रातभर आराम करते हैं। शाह ने कहा कि ऐसा कर प्रधानमंत्री न सिर्फ कॉस्ट कटिंग करते हैं बल्कि सभी के सामने सादगी भरा सार्वजनिक जीवन जीने का संदेश भी देते हैं। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए छोटी-छोटी बचत भी टॉप प्रायरिटी में होती है।
अमित शाह ने कहा, “पीएम मोदी ने अपने व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन में बहुत ही अनुशासित आचरण का पालन किया है। मिसाल के तौर पर जब भी पीएम मोदी विदेश दौरे पर जाते हैं तो वह अपने साथ 20 फीसदी से भी कम स्टाफ लेकर जाते हैं। इसी तरह आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के लिए उन्होंने बड़ी संख्या में कारों के इस्तेमाल पर लगाम लगाई है। इससे पहले अधिकारी अलग-अलग कारों का इस्तेमाल कर रहे थेलेकिन अब वे बस या बड़ी गाड़ी का उपयोग करते हैं।”
एसपीजी कानून में संशोधन पर कांग्रेस के आरोपों पर जवाब देते हुए अमित शाह ने ये बातें कहीं। गृह मंत्री ने निचले सदन में कहा कि विपक्षी दल को केवल एक परिवार की चिंता है, जबकि मोदी सरकार को पूरे देश की जनता की चिंता है। उन्होंने यह भी कहा कि गांधी परिवार को जेड प्लस सीआरपीएफ कवर, एएसएल और एम्बुलेंस के साथ सुरक्षा दी गई है। निचले सदन में विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘‘मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि एक भी सुरक्षा कर्मी को वहां से कम नहीं किया गया है। बल्कि सुरक्षा बढ़ाई गई है ।’’ उन्होंने कहा कि पहले एसपीजी अधिनियम में संशोधन एक ही परिवार को ध्यान में रखकर किये गए थे जबकि इस बार प्रधानमंत्री की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बदलाव किये गए हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ‘‘इन्हें एसपीजी सुरक्षा चाहिए जो प्रधानमंत्री के लिए होती है। लोकतंत्र में जो फैसले जनता करती है उसे स्वीकारा करें, अब आप (सत्ता में) नहीं हैं।’’ उन्होंने कहा ‘‘बदले की भावना के तहत कार्रवाई करना कांग्रेस का संस्कार है, हमारी पार्टी का नहीं है। ’’ उन्होंने कहा कि देश के एक एक व्यक्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत सरकार की है । शाह ने कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों की उन चिंताओं को बेबुनियाद बताया जिसमें कहा गया था कि गांधी परिवार की सुरक्षा के संबंध में राजनीतिक बदले की भावना के तहत काम किया गया है ।
शाह ने कहा, ‘‘ऐसी भी बात देश के सामने लाई गई कि गांधी परिवार की सरकार को चिंता नहीं है। हम स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि सुरक्षा हटाई नहीं गई है। सुरक्षा बदली गई है। उन्हें सुरक्षा जेड प्लस सीआरपीएफ कवर, एएसएल और एम्बुलेंस के साथ दी गई है ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ एक इस प्रकार की बातें देश की जनता के सामने लाई जा रही हैं कि एसपीजी कानून को गांधी परिवार की सुरक्षा हटाने के लिए बदला जा रहा है। यह वास्तविकता नहीं है।’’ कांग्रेस सदस्यों के आरोपों पर गृह मंत्री ने कहा, ‘‘सुरक्षा की समीक्षा के बाद चंद्रशेखर जी की सुरक्षा वापस ली गई, लेकिन तब कोई नहीं बोला, जबकि चंद्रशेखर जी बहुत बड़े नेता थे। बाद में पी वी नरसिम्हा राव जी की सुरक्षा ले ली गई, तब भी कोई नहीं बोला । आई के गुजराल जी की सुरक्षा ले ली गई। तब भी कोई नहीं बोला ।’’
शाह ने कहा कि 2015 के बाद राहुल गांधी ने एसपीजी को बताए बिना भारत के अंदर 1892 बार और विदेशों में बिना एसपीजी को बताए करीब 247 बार यात्राएं की हैं । सोनिया गांधी ने भी अनेकों बार इस तरह बिना बताए यात्राएं कीं । प्रियंका गांधी ने 339 बार बिना बताए, यात्राएं कीं । उन्होंने कहा कि हमारा उनसे आग्रह है कि उन्हें प्रदान की गई सुरक्षा व्यवस्था का अनुपालन करें । गृह मंत्री ने कहा कि इस कानून में संशोधन से गांधी परिवार की सुरक्षा कम नहीं हुई है।
(भाषा इनपुट्स के साथ)