तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चार दक्षिणी राज्यों के दो दिवसीय दौरे के तहत हैदराबाद के बेगमपेट हवाईअड्डे पर उनकी अगुवानी करने नहीं जाएंगे। इसके बजाय तेलंगाना सरकार में मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव प्रोटोकॉल के अनुसार पीएम को रिसीव करेंगे। बता दें कि जब भी पीएम मोदी तेलंगाना पहुंचे, मुख्यमंत्री ने उनकी अगुवानी नहीं की।

वहीं इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री केसीआर पीएम मोदी का स्वागत न कर प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं। सिकंदराबाद से सांसद और केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने कहा, “वे (केसीआर) इसमें राजनीति क्यों लायें? यह तेलंगाना के लिए गर्व और प्रतिष्ठा की बात है कि प्रधानमंत्री राज्य को लाभान्वित करने वाली कई परियोजनाओं का शुभारंभ कर रहे हैं और राष्ट्र को समर्पित कर रहे हैं।”

वहीं पीएम मोदी के दौरे से पहले हैदराबाद में पोस्टर वॉर शुरू हो गया। जबकि भाजपा नेताओं ने पोस्टर लगाने की निंदा की। एक बीजेपी नेता ने कहा, “क्या वह भारत के प्रधान मंत्री नहीं हैं या तेलंगाना भारत का हिस्सा नहीं है?” बता दें कि पीएम मोदी के दौरे के खिलाफ लगे पोस्टर्स जीएसटी को लेकर सवाल पूछे गए हैं।

भाजपा नेता रामचंदर राव ने एनडीटीवी से बात करते हुए बताया, “केसीआर एक बच्चे की तरह व्यवहार कर रहे हैं। वह और उनकी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति दक्षिणी राज्य में भाजपा की लोकप्रियता से ईर्ष्या करती है। जब एमके स्टालिन और वाईएस जगन मोहन रेड्डी, जो दोनों भाजपा के राजनीतिक विरोधी हैं, प्रधानमंत्री का स्वागत कर सकते हैं, तो केसीआर क्यों नहीं?” बता दें कि पीएम मोदी ने विशाखापट्टनम में 15,233 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी। 

शुक्रवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने राज्यपाल आरएन रवि के साथ डिंडीगुल में पीएम मोदी की अगवानी की। जबकि डीएमके ने राज्यपाल को पद के लिए अयोग्य बताते हुए हटाने की मांग की है। पीएम मोदी का तेलंगाना दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब सत्तारूढ़ टीआरएस और भाजपा के बीच पिछले कुछ महीनों में कई मुद्दों पर विवाद चल रहा है। नए विवाद का कारण केसीआर का आरोप है कि केंद्र में भाजपा उनके विधायकों को रिश्वत देने या धमकाने की साजिश रचकर उनकी सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। वहीं बीजेपी ने इससे इनकार किया है।