यूरोपीय संसद में मणिपुर हिंसा पर चर्चा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट ने एक बार फिर से पॉलिटिकल वार छेड़ दिया। राहुल ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Minister Narendra Modi) पर भी निशाना साधा। इसके बाद बीजेपी ने पलटवार करते हुए उन्हें ‘कुंठित वंशवादी’ कहा है।

राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि राफेल सौदे से उन्हें ‘बैस्टिल डे परेड का टिकट’ मिल गया, जबकि यूरोपीय संघ की संसद में मणिपुर हिंसा पर चर्चा होने के बावजूद वह चुप रहे। राहुल ने कहा कि यूरोपीय संघ की संसद में भारत के आंतरिक मामले पर चर्चा हुई लेकिन पीएम मोदी ने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा और इस बीच राफेल ने उन्हें बैस्टिल डे परेड का टिकट दिला दिया।

स्मृति ईरानी ने किया पलटवार

भाजपा की ओर से तुरंत पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि एक व्यक्ति (राहुल गांधी) जो भारत के आंतरिक मामलों में अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप चाहता है, एक निराश राजवंश जो ‘मेक इन इंडिया’ की महत्वाकांक्षा को ठेस पहुंचाता है, जब हमारे प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय सम्मान मिलता है तो वह भारत का मजाक उड़ाते हैं। लोगों द्वारा अस्वीकार किए जाने के बाद वह इस बात से नाराज है कि डिफेंस डील अब राजवंश के दरवाजे पर नहीं पहुंच रही है।

भाजपा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी घरेलू राजनीतिक हिसाब बराबर करने के लिए अमेरिका से लेकर यूरोप तक विदेशी शक्तियों की ओर झुक रहे हैं। बीजेपी ने कहा कि वह वैश्विक सिंडिकेट के साथ सहयोग कर रहे हैं जो भारत के हितों को कमजोर करने के लिए काम कर रहे हैं।

भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि राफेल मुद्दे को उच्चतम न्यायालय ने बहुत पहले ही सुलझा लिया था और राहुल से संवैधानिक संस्थाओं पर दोषारोपण बंद करने को कहा था। उन्होंने कहा कि यह राहुल ही थे जिन्हें कुछ टिप्पणियों को गलत तरीके से पेश करने के लिए शीर्ष अदालत से माफी मांगनी पड़ी थी। गौरव भाटिया ने कहा कि अदालत ने उनसे (राहुल गांधी) और अधिक जिम्मेदार बनने को कहा है लेकिन जिम्मेदारी नहीं निभा सकते। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि यह अपमानजनक है कि जब प्रधानमंत्री को फ्रांस में सम्मानित किया गया है, तो कुछ लोग छाती पीटने में लगे हुए हैं।

अमित मालवीय ने भी साधा निशाना

भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह महज संयोग नहीं हो सकता कि यूरोपीय संघ की संसद ने राहुल गांधी के दौरे के तुरंत बाद मणिपुर में संघर्ष पर बहस करने का प्रस्ताव रखा, जिसमें उसका कोई दखल नहीं है। अमित मालवीय ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर दुर्भाग्यपूर्ण राजनीति करने का आरोप लगाया।