राम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से खरीदी गई जमीन के मुद्दे पर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। दरअसल, आज ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर के निर्माण कार्यों की समीक्षा के लिए अयोध्या प्रशासन और यूपी सरकार के मंत्रियों के साथ बैठक की। इस पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा वाले ट्रस्ट के साथ मिलकर श्री राम मंदिर की जमीन खरीद के नाम पर चंदा चोरी कर रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि उम्मीद है आज पीएम बैठक में जरूर पूछेंगे घोटाले में किसको-किसको हिस्सा मिला?
AAP सांसद ने इस मौके पर संघ के मुखिया मोहन भागवत को भी चिट्ठी लिखी। संजय सिंह ने बताया कि उन्होंने भागवत से मिलने के लिए समय मांगा है और उनसे मिलकर भाजपा और ट्रस्ट के जमीन घोटाले के कागज देना चाहता हैं। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के रिश्तेदार रवि मोहन तिवारी की खरीदी 10 करोड़ की जमीन की डील में पार्टनर सुल्तान अंसारी, हरीश पाठक, कुसुम पाठक हैं। इन लोगों ने ही जन्मभूमि को 2 करोड़ की ज़मीन 18.5 करोड़ में बेची थी।
राम मंदिर निर्माण कार्य पर बैठक में क्या बोले मोदी?: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिला प्रशासन के साथ विकास कार्यों की समीक्षा में हिस्सा लिया। पीएम ने ये बठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए की। बताया गया है कि पीएम ने इस बैठक में अयोध्या का विजन डॉक्यूमेंट भी देखा।
बताया गया है कि प्रधानमंत्री ने बैठक में अयोध्या को एक ऐसा शहर बताया जो हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में बसा है। उन्होंने कहा कि इसमें परंपराओं की झलक दिखनी चाहिए। अयोध्या आध्यात्मिक शहर है, इसलिए इसका भविष्य का बुनियादी ढांचा ऐसा होना चाहिए, जो पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के साथ-साथ सभी के लिए फायदेमंद हो।
पीएम ने आगे कहा, “अयोध्या का विकास इस तरह से होना चाहिए कि आने वाली पीढ़ी को अपने जीवन में कम से कम एक बार अयोध्या आने की इच्छा महसूस हो।” मोदी ने ये भी कहा कि जिस तरह भगवान राम में लोगों को साथ लाने की क्षमता थी, उसी तरह अयोध्या के विकास कार्यों में जन भागीदारी होनी चाहिए, खासतौर से युवाओं की। उन्होंने कहा कि शहर के विकास में युवाओं के कौशल का लाभ उठाना चाहिए।”
जानकारी के मुताबिक, वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए इस बैठक में यूपी के दोनों डिप्टी सीएम- केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा शामिल हुए हैं। इसके अलावा वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह भी बैठक में शामिल हैं। अधिकारियों की तरफ से इस बैठक में मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह, प्रमुख सचिव (पर्यटन), अपर मुख्य सचिव (नगर विकास) समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव मौजूद रहे। बैठक में प्रमुख सचिव (आवास) विकास प्रेजेंटेशन देंगे।
राम मंदिर के पुजारी बोले- जब तक पीएम नहीं देखेंगे, विकास जमीन पर नहीं आएगा: पीएम मोदी की इस समीक्षा बैठक को लेकर अस्थायी राम मंदिर में पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री खुद इस काम को देखने के लिए मीटिंग कर रहे हैं। जब तक वे इसे नहीं देखेंगे, तब तक विकास कार्य जमीन पर नहीं आएंगे।