मंगलवार को संसद में बजट पेश किए जाने के बाद पीएम मोदी ने कई विपक्षी सांसदों का हालचाल पूछा। वे अपने स्थान से उठकर उनके पास गए और अभिवादन करने के साथ ही उनसे बातचीत भी की। इस दौरान कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय से भी वे मिले और उनकी एक मांग पर खास जवाब दिया। इसको लेकर काफी चर्चा रही।
राय ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि वह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को वापस बुलाएं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और धनखड़ के बीच लंबे समय से तकरार चल रही है और पिछले दिनों मामला इतना बिगड़ गया कि बनर्जी ने धनखड़ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को ब्लॉक कर दिया। राय ने बताया कि मोदी ने जवाब देते हुए कहा, ‘‘आप सेवानिवृत्त हो जाएं और फिर हम देखेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह स्पष्ट रूप से शायद इस मुद्दे से ध्यान हटाना चाहते थे।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगातार चौथा केंद्रीय बजट पेश करने पर मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लोकसभा में बधाई दी और उसके बाद विपक्षी नेताओं के साथ संवाद किया। बजट पेश होने के बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित किए जाने के बाद मोदी को तृणमूल कांग्रेस के नेताओं सुदीप बंदोपाध्याय और सौगत राय से सदन में बात करते देखा गया।
प्रधानमंत्री मोदी को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, केरल के के. सुरेश और गोवा के फ्रांसिस्को सरदिन्हा से भी बातचीत करते देखा गया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी से उन्होंने गर्मजोशी से मुलाकात की। पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा के साथ भी वह हाथ मिलाते नजर आए।
मोदी को जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, द्रविड़ मुनेत्र कषगम के दयानिधि मारन, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन के प्रेमचंद्रन से भी बात करते और कुशलक्षेम पूछते देखा गया। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदस्य कृष्ण डी लावू और निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को भी प्रधानमंत्री का अभिवादन करते देखा गया।
उधर, केंद्र की नरेंद्र मोदी नीत सरकार पर अपना ही गुणगान करते रहने एवं आम लोगों की समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के नेताओं ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि न तो करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद गंगा साफ हुई, न ही जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद वहां आतंकी हिंसा में कमी आई, उल्टे देश भर में महंगाई और बेरोजगारी ने कोविड के कारण पहले से ही परेशान आम लोगों की कमर तोड़ कर रख दी।