संसद के बजट सत्र का मंगलवार को चौथा दिन है। प्रधानमंत्री आज राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देंगे। शाम 5 बजे पर लोकसभा में जवाब देंगे। वहीं गुरुवार को वह राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देंगे। इससे पहले सोमवार को कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दिया। राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण वैसा नहीं था, जैसा होना चाहिए था। ये अभिभाषण अलग होना चाहिए। बता दें कि बजट सत्र के पहले दिन 31 जनवरी को राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया था। इसके बाद से धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है।

राहुल गांधी ने बोला था हमला

सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बोला कि बजट में हलवा बांटने वाली फोटो, मैं तो इस बार हैरान हो गया कि उस फोटो को ही हटा दिया। हलवा खिलाया मगर दिखाया नहीं किसको खिलाया। राहुल गांधी ने कहा कि संविधान से ही देश चलेगा। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वोटरों के लिस्ट में कुछ समस्या है। महाराष्ट्र में 5 महीने में लाखों वोटर जोड़े गए। हमने चुनाव आयोग के सामने शिकायत की। महाराष्ट्र की एक बिल्डिंग में सात हजार वोटर जोड़े गए।

उन्होंने जाति जनगणना का मुद्दा उठाया। हर देश 2 चीजों को व्यवस्थित कर सकता है उपभोग और उत्पादन। उपभोग को व्यवस्थित करने का आधुनिक तरीका सेवाएं हैं और उत्पादन को व्यवस्थित करने का आधुनिक तरीका विनिर्माण है। एक देश के रूप में हम उत्पादन को व्यवस्थित करने में विफल रहे हैं। हमारे पास बेहतरीन कंपनियां हैं जो उत्पादन को व्यवस्थित करने का प्रयास करती हैं।

किरेन रिजिजू ने बोला हमला

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी के आरोपों पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सदन के अंदर जो बातें की हैं उन्हें सत्यापित करना चाहिए, अन्यथा आसान को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने सदन के भीतर चीन के प्रवक्ता से भी ज्यादा चीन की तारीफ की है। किरेन रिजिजू ने दावा किया, ‘भारत की संसद के अंदर उन्हें जिस तरह से चीन का गुणगान किया ऐसा मैंने कभी नहीं सुना था।’ उन्होंने कहा कि 1959 और 1962 में चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा किया उसके लिए राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उनके ही परिवार के पंडित नेहरू देश के प्रधानमंत्री थे।