उत्तर प्रदेश में हुए राज्यसभा चुनाव में बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत हासिल की है। पार्टी के आठवें उम्मीदवार संजय सेठ ने सपा के प्रत्याशी आलोक रंजन को हराया। बीजेपी को आठवीं सीट जीतने के लिए अन्य दलों के भी वोट चाहिए थे और उसे हासिल हुआ। सपा के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की तो वहीं बसपा के इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह ने बीजेपी उम्मीदवार संजय सेठ के पक्ष में मतदान किया।

हाल ही में उमाशंकर सिंह के बेटे की शादी हुई है। इस शादी समारोह में बसपा प्रमुख मायावती में शामिल हुई थीं। उमाशंकर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शादी समारोह में शामिल होने के लिए न्योता भेजा था। पीएम मोदी इस समारोह में शामिल तो नहीं हुए लेकिन उन्होंने 19 फरवरी को उमाशंकर सिंह को एक पत्र लिखा है।

उमाशंकर सिंह को लिखे पत्र में पीएम मोदी ने बसपा विधायक के बेटे और उनकी बहू को शादी की शुभकामनाएं दी है। जैसे ही पीएम मोदी ने यह पत्र भेजा, उमाशंकर सिंह ने इसे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर कर दिया। इसके बाद कांग्रेस ने बीएसपी पर बीजेपी का बी टीम होने का आरोप भी लगाना शुरू कर दिया है।

पीएम मोदी के पत्र को बसपा विधायक ने किया शेयर

उमाशंकर सिंह ने पीएम मोदी के पत्र को शेयर करते हुए लिखा, “मेरे सर्वप्रिय पुत्र प्रिंस युकेश सिंह एवं पुत्रवधु श्रीमती कनिका सिंह के शुभ विवाह के सुअवसर पर आप श्रीमान जी ने अपने अति व्यस्ततम समय से अति अमूल्य समय निकालकर दोनों नवयुगल को आपने अपना आशीर्वचन भेजा, यह हमारे परिवार के लिए ईश्वर कृपा प्राप्ति के अनुभूति होने जैसा है। प्रधानमंत्री जी आपके इस आत्मीय प्यार और आशीर्वचन के लिये मैं और मेरा पूरा परिवार हृदयानवत है।”

मैं बसपा नहीं छोड़ रहा- उमाशंकर सिंह

राज्यसभा चुनाव में संजय सेठ को वोट देने के सवाल पर उमाशंकर सिंह ने कहा था कि संजय सेठ से मेरे पुराने संबंध रहे हैं और संजय मुझसे वोट मांगने भी कई बार आए। उमाशंकर सिंह ने कहा, “भाजपा या विपक्ष का कोई भी उनसे वोट मांगने नहीं आया था। वोट देने के संबंध में बसपा प्रमुख मायावती से किसी तरह का कोई निर्देश नहीं मिला था। मैं बसपा छोड़कर कहीं नहीं जा रहा हूं। मैं बहन जी के साथ ही हूं और आगे भी रहूंगा।”