PM Modi Punjab Rally: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जालंधर और गुरदासपुर में निर्धारित रैलियों से पहले पंजाब पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। पुलिस ने एहतियाती तौर पर किसान नेताओं पर कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही किसान नेताओं को हिरासत में भी लिया गया। पुलिस ने यह कदम मोदी की रैलियों से पहले काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन करने के किसान नेताओं के आह्वान के बाद उठाया है।
जानकारी के मुताबिक, नवांशहर के औरह थाने में नेताओं के अलावा किसान यूनियनों के करीब 100 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। होशियारपुर के हरियाणा पुलिस स्टेशन में कीर्ति किसान यूनियन के नेता जगतार सिंह भिंडर और भूपिंदर भूंगा को हिरासत में लिया गया है।
जालंधर और कपूरथला में जिला स्तर के कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया है, जिनमें कीर्ति किसान यूनियन के संतोख सिंह संधू और बलविंदर सिंह भुल्लर भी शामिल हैं। तरसेम सिंह बन्नामल के आवास पर भी छापेमारी की गई। गौरतलब है कि बन्नामल की पत्नी का गुरुवार को निधन हो गया था।
गुरदासपुर में कीर्ति किसान यूनियन के राज्य स्तरीय नेताओं जैसे जतिंदर सिंह चीना और सतबित्र सिंह मुल्तानी को भारतीय किसान यूनियन एकता (सिद्धपुर) के कुलविंदर सिंह मचियान और परमजीत सिंह, भारतीय किसान यूनियन के जसबीर सिंह बारा पिंड के साथ हिरासत में लिया गया।
जबकि कुछ को जालंधर में प्रवेश न करने की शर्तों के साथ छोड़ कर दिया गया, दूसरों को घर में नजरबंद कर दिया गया। पुलिस ऑपरेशन में एसकेएम (गैर-राजनीतिक) से जुड़े नेताओं को भी निशाना बनाया गया। जालंधर, नूरमहल, फिल्लौर और फगवाड़ा समेत विभिन्न इलाकों में उनके आवासों पर छापेमारी की गई।
हालांकि मंजीत सिंह राय, सतनाम सिंह साहनी और पल्ला मौली जैसे कुछ नेताओं को शुरू में हिरासत में लिया गया था, लेकिन बाद में उन्हें जालंधर की ओर मार्च न करने के लिए कहने के बाद रिहा कर दिया गया।
बीकेयू (दोआबा) के अध्यक्ष राय ने बताया कि पुलिस ने उनके मोबाइल नंबर का उपयोग करके उनका पता लगाया और बाद में उन्हें मेहटियाना गांव के पास से पकड़ लिया गया। इस बीच, किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेताओं सहित किसानों का एक जुलूस, जो किसी अन्य विरोध प्रदर्शन से लौटकर जालंधर की ओर जा रहा था। उसको पुलिस ने नकोदर में हिरासत में लिया गया।
पुलिस कार्रवाई की आशंका में पेंडू मजदूर यूनियन के कई नेता गिरफ्तारी से बचने के लिए पहले ही अपने घर छोड़ चुके थे या अपने मोबाइल फोन बंद कर चुके थे। कड़े सुरक्षा उपायों के बावजूद प्रदर्शनकारी अपना प्रोटेस्ट जारी रखने पर अड़े हुए हैं। मंजीत सिंह राय ने फगवाड़ा दाना मंडी में इकट्ठा होने और मार्च को आगे बढ़ाने का अपना इरादा बताते हुए अपने संकल्प की पुष्टि की।