जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को एक एनकाउंटर में मार गिराया था। वे किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने निकले थे लेकिन कश्मीर घाटी जाते वक्त रास्ते में ही धरे गए। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक हाई लेवल बैठक बुलाई है। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव और टॉप अधिकारी शामिल हुए। बैठक में प्रधानमंत्री ने स्थिति का जायजा लिया।

पता चला था कि ये आतंकी 26/11 की बरसी पर बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने वाले थे। दरअसल जब ये जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर एक ट्रक में छिपकर निकलने की कोशिश कर रहे थे तभी सुरक्षाबलों ने धर लिया। आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। बाद में सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को ढेर कर दिया।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक चारों आतंकी मुंबई हमले की बरसी पर बड़े हमले की योजना बना रहे थे। जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने एनकाउंटर के बाद बताया था कि उनके पास बड़ी मात्रा में गोला बारूद मौजूद था और बड़ी आतंकी साजिश की फिराक में आए थे। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी कहा था कि बाहरी ताकतें प्रगति को बाधित करने की कोशिश कर रही हैं लेकिन वे कामयाब नहीं हो सकतीं। पाकिस्तान भारत की राजनीति में भी दखल देने की कोशिश करता है। वह डीडीसी चुनाव को डिस्टर्ब करना चाहता था।

एनकाउंटर के बाद पता चला कि ट्रक में सीमेंट की बोरियों के बीच आतंकियों को छिपाया गया था। जब टोल नाके के पास ट्रक पहुंचा तो घबराकर आतंकियों ने खुद ही गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया। तीन घंटी की मुठभेड़ के बाद चारों आतंकी मारे गए। इसी टोल नाके पर कुछ महीने पहले भी तीन आतंकी मारे गए थे। गौरतलब है कि पाकिस्तान कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए अकसर सीजफायर तोड़ता रहता है। पिछले दिनों ऐसी ही हरकत के बाद भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया था और उसके कई बंकर और फ्यूल टैंकर तबाह कर दिए थे। साथ ही पाक के 7 सैनिक भी मारे गए थे।