देश की सरहदों पर तैनात जवानों को दिवाली की बधाई देने और उनके साथ त्योहार मनाने के लिए गुरुवार को पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर में सीमावर्ती राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर पहुंचे। पीएम ने जवानों से मुलाकात की और उन्हें त्योहार की शुभकामनाएं दीं। पीएम के पहुंचने से जवानों का उत्साह दोगुना हो गया। पीएम को अपने बीच पाकर जवानों ने खुशियां जताईं

नरेंद्र मोदी ने 2014 में जब प्रधानमंत्री का पद संभाला था, तब से वह हर साल दीपावली पर किसी सीमावर्ती क्षेत्र में जाकर जवानों से मुलाकात करते हैं। पहली बार वह 2014 में सियाचीन का दौरा किया था। यह क्रम लगातार चला आ रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने नौशेरा में सेना की चौकी पर मौजूद प्रधानमंत्री की तस्वीरें साझा कीं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस बार पीएम मोदी जब सुबह अपने आवास से निकले, तो सुरक्षा के कम से कम इंतजाम थे और इस दौरान यातायात के मार्ग में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया, ताकि लोगों को असुविधा नहीं हो।

गुरुवार को जम्मू कश्मीर के नौशेरा में भारतीय सेना के जवानों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने बुधवार को राजौरी समेत अग्रिम क्षेत्रों का हवाई दौरा किया था और इस दौरान उन्हें जम्मू क्षेत्र में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास वर्तमान सुरक्षा परिस्थितियों से अवगत कराया गया। पुंछ और राजौरी जिलों के जंगल में आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियान के बीच सेना प्रमुख ने पिछले करीब दो सप्ताह में दूसरी बार जम्मू का दौरा किया। यह अभियान हालिया समय में सबसे लंबा अभियान है जो बृहस्पतिवार को 26वें दिन भी जारी है।

गुरुवार को जम्मू कश्मीर के नौशेरा में भारतीय सेना के जवानों के साथ बातचीत करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

प्रधानमंत्री मोदी ने नौशेरा सेक्टर में जवानों से कहा कि मैं अपने परिवार के सदस्यों के साथ दीपावली मनाना चाहता हूं, इसलिए मैं त्योहार पर आपसे मिलने आया हूं। उन्होंने जवानों के साहस की सराहना करते हुए कहा कि उनकी क्षमताओं और ताकत ने देश में शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित की है।

उन्होंने कहा कि पहले देश को रक्षा क्षेत्र में मुख्तय: आयात पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन उनकी सरकार की कोशिशों के कारण स्वदेशी क्षमताओं को बढ़ावा मिला है। अब हमें बदलती दुनिया और युद्ध के बदलते तरीके के अनुरूप अपनी सैन्य क्षमताओं को ढालना और बढ़ाना होगा। कहा कि संचार सुविधाएं एवं सेना की तैनाती बढ़ाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में आधुनिक बुनियादी ढांचे विकसित किए गए हैं।

मोदी ने सर्जिकल हमले में यहां ब्रिगेड द्वारा निभाई भूमिका की प्रशंसा की। भारत ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में एक सैन्य अड्डे पर आतंकवादी हमले के जवाब में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार 29 सितंबर, 2016 को सर्जिकल हमला किया था।

मोदी ने कहा कि सर्जिकल हमले के बाद यहां आतंकवाद फैलाने की कई कोशिशें की गईं, लेकिन उनका करारा जवाब दिया गया। उन्होंने कहा कि लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक और जैसलमेर से लेकर अंडमान-निकोबार तक देशभर के सीमावर्ती इलाकों में संचार सुविधाओं में सुधार किया गया है।

मोदी ने कहा कि जिन सीमावर्ती एवं तटीय क्षेत्रों में संपर्क एवं संचार की सामान्य सुविधाएं नहीं थीं, वहां अब सड़कें एवं ऑप्टिकल फाइबर हैं तथा इससे सेना की तैनाती की क्षमता और जवानों के लिए सुविधाएं बढ़ती हैं।