PM Narendra Modi 12th May Speech HIGHLIGHTS:: उद्योग जगत ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 20 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा समय की जरूरत थी। उद्योग मंडलों का कहना है कि इससे कोविड-19 महामारी और उसकी रोकथाम के लिए लागू पाबंदियों से प्रभावित अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार में मदद मिलेगी और आर्थिक वृद्धि को नई गति मिलेगी।
उद्योग मंडल सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने जमीन, श्रम, नकदी और कानून को सरल बनाने के बारे में बात की, हम उसकी सराहना करते हैं। ये अर्थव्यवस्था के लिये प्रमुख चुनौती है।
फिक्की की अध्यक्ष संगीता रेड्डी ने कहा कि पांच आधार- अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा, व्यवस्था, जनसंख्या और मांग को मजबूत करने से भारत फिर से सतत वृद्धि के रास्ते पर आएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जब पैकेज की रूपरेखा की घोषणा करेंगी, गरीबों और जरूरतमंदों, एमएसएमई और उद्योग तथा आम लोगों की जरूरतों का समाधान होगा।
एसोचैम और नारेडको के अध्यक्ष डॉ. निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि यह पैकेज अर्थव्यवस्था को गति देगा। उन्होने कहा कि ‘यह सचमुच एक सराहनीय पैकेज है… इसकी प्रतीक्षा थी इससे अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।’’ एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा, ‘‘भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिये पांच बुनियाद को मजबूत बनाने से हम एक भरोसेमंद वैश्विक ताकत बनेंगे….।’’ उन्होंने कहा कि आर्थिक पैकेज के साथ कृषि, कराधान, बुनियादी ढांचा, मानव संसाधन और वित्तीय प्रणाली में सुधारों से निवेशक आर्किषत होंगे और मांग को बढ़ाने में मदद मिलेगी। मेक इन इंडिया निवेश आर्किषत करने के लिहाज से मुख्य उत्प्ररेक होगा…।’’ पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष डी के अग्रववाल ने कहा कि इस मौके पर प्रोत्साहन पैकेज समय की जरूरत है।
Corona Virus in India Live Updates
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 3604 मामले सामने आए हैं। इसके बाद कोरोना मरीजों का कुल आंकड़ा 70756 हो गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कुल केस में से 46008 एक्टिव केस हैं और 22454 लोग रिकवर हो चुके हैं। देश में कोरोना संक्रमण के चलते अब तक 2293 लोगों की मौत हो चुकी है।
यहां देखें लाइव-
Coronavirus/COVID-19 और Lockdown से जुड़ी अन्य खबरें जानने के लिए इन लिंक्स पर क्लिक करें: शराब पर टैक्स राज्यों के लिए क्यों है अहम? जानें, क्या है इसका अर्थशास्त्र और यूपी से तमिलनाडु तक किसे कितनी कमाई । शराब से रोज 500 करोड़ की कमाई, केजरीवाल सरकार ने 70 फीसदी ‘स्पेशल कोरोना फीस’ लगाई । लॉकडाउन के बाद मेट्रो और बसों में सफर पर तैयार हुईं गाइडलाइंस, जानें- किन नियमों का करना होगा पालन । भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 40 हजार के पार, वायरस से बचना है तो इन 5 बातों को बांध लीजिये गांठ…। कोरोना से जंग में आयुर्वेद का सहारा, आयुर्वेदिक दवा के ट्रायल को मिली मंजूरी ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से जिस पैकेज का ऐलान किया गया है, वह देश के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। योगी ने ट्वीट में लिखा, "कोरोना से पैदा हुई स्थितियों से निपटने और देश को आत्मनिर्भर बनाने में यह पैकेज जरूर मील का पत्थर साबित होगा।" योगी ने प्रदेश की 23 करोड़ जनता की तरफ से पीएम का आभार भी जताया।
नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भी आर्थिक पैकेज के ऐलान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। राज्यसभा के पूर्व डिप्टी चेयरमैन और जदयू नेता हरिवंश ने कहा है कि यह पैकेज 21वीं सदी में भारत को आत्म-निर्भर बनाने में अहम साबित होने वाला है। उन्होंने कहा कि इससे गरीब वर्ग, किसान और छोटे उद्योगों को फायदा होगा।
प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से इकोनॉमिक पैकेज के ऐलान पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा, "मुझे लगता है कि पीएम द्वारा घोषित किए गए 20 लाख करोड़ के पैकेज से देशभर में आर्थिक गतिविधियां दोबारा शुरू हो सकेंगी। मैं गोवा के लोगों की तरफ से उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।"
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कोविड-19 से प्रभावित देश की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक राहत पैकेज को ‘‘विश्व का सर्वाधिक सर्वांगीण कोविड-19 राहत पैकेज’’ करार दिया। उन्होंने पैकेज की घोषणा को लेकर मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। खट्टर ने कहा, ‘‘यह विश्व का सर्वाधिक सर्वांगीण कोविड-19 आर्थिक राहत पैकेज है जिससे सभी क्षेत्रों की क्षमता में वृद्धि होगी।’’ उन्होंने यहां जारी एक बयान में कहा कि संकट की इस घड़ी में देश के विकास को एक मजबूती की जरूरत थी जिससे कि राष्ट्र आत्मनिर्भर, मजबूत और आत्मविश्वास परिपूर्ण बन सके।
पीएम मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संदेश के दौरान कहा कि देश में लॉकडाउन का चौथा चरण नए रंग रूप वाला होगा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का चौथा चरण पूरी तरह से नए रंगरूप वाला होगा। नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी 18 मई से पहले दी जाएगी। नियमों का पालन करतेहुए हम कोरोना से लड़ेंगे भी,आगे भी बढ़ेंगे।
माकपा ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रवासी मजदूरों से जुड़े ज्वलंत मुद्दों और लाखों भारतीयों के समक्ष उत्पन्न भुखमरी जैसे मुद्दों का समाधान करने में विफल रहे।
पार्टी की यह प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन और 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा के बाद आई। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि यह नहीं बताया गया कि पैकेज का इस्तेमाल किस तरह किया जाएगा।
प्रधानमंत्री की ओर से की गई 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा का स्वागत करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने देशहित में निर्णय लिया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह केवल वित्तीय पैकेज नहीं, बल्कि सुधार को गति देने वाला और सोच बदलने वाला कदम है।
पीएम मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि क्राइसिस अभूतपूर्व है लेकिन थकना, हारना टूटना बिखरना मानव को मंजूर नहीं है। सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए अब हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है। आज जब दुनिया संकट में हैं। तब हमें अपना संकल्प और मजबूत करना होगा। हमारा संकल्प इस संकट से भी विराट होगा। साथियों हम पिछली शताब्दी से ही लगातार सुनते आए हैं कि 21वीं सदी हिंदुस्तान की है। हमें कोरोना से पहले की दुनिया को, वैश्विक व्यवस्थाओं को विस्तार से देखने समझने का मौका मिला है। कोरोना संकट केबाद भी दुनिया में जो स्थितियां बन रही है।
झारखंड प्रदेश भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का मंगलवार को स्वागत किया और कहा कि कोरोना वायरस संकट के बीच भारत को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि को दर्शाता है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘‘सबका दिल जीत लिया। ’’ उन्होंने ट्वीट किया कि 20 लाख करोड़ के पैकेज के ऐलान से आत्मनिर्भर भारत ने नया संकल्प ले लिया है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट किया, ‘‘कोविड-19 के समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़कर देश का नेतृत्व कर रहे हैं। 21वीं सदी भारत की होगी और प्रधानमंत्री ने आज इस पर अमल की आधारशिला रखी है। कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ इस नए बदलाव की दिशा में देश को आगे बढ़ाने के लिए हमारा मंत्र है।’’ कांग्रेस ने कहा कि मोदी ने मीडिया को सिर्फ ‘हेडलाइन’ दी, इसमें प्रवासी श्रमिकों के दुख-दर्द के लिए कोई ‘हेल्पलाइन’ नहीं है। कहा कि प्रवासियों की पीड़ा पर पीएम की चुप्पी से देश निराश है।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से मंगलवार को की गई 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा के बाद कहा कि मोदी ने मीडिया को सिर्फ ‘हेडलाइन’ दी, जिसमें प्रवासी श्रमिकों के लिए कोई ‘हेल्पलाइन’ नहीं है। भाजपा ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा ‘‘समग्र राहत पैकेज’’ बताया। कहा कि इससे देश आत्मनिर्भर बनेगा।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 20 लाख करोड़ रूपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह घोषणा पहले होनी चाहिए थी।
बघेल ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जब इस पैकेज के बारे में विवरण देंगी तब स्पष्ट हो सकेगा कि किस क्षेत्र के लिए कितना प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मध्यम और लधु श्रेणी के उद्योगों के लिए विशेष पैकेज की मांग की थी। वहीं छत्तीसगढ़ सरकार ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर तीस हजार करोड़ रूपये की वित्तीय सहायता दिए जाने की मांग की थी, जिससे इस सकंट के समय में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके।
राष्ट्र के नाम संदेश में पीएम मोदी के पैकेज पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा, "मुझे लगता है कि पीएम मोदी द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज से देश भर में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। मैं गोवा के लोगों की ओर से उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं।"
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से महायुद्ध में PM जी ने अभूतपूर्व राहत पैकेज की घोषणा की है। देश के श्रमिकों, किसानों, रेहड़ी वालों से लेकर मध्यम वर्ग और उद्योग व व्यापार जगत तक के विकास के लिए 20 लाख करोड़ के ऐतिहासिक पैकेज से आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा।
आरएसएस से जुड़े भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष साजी नारायणन ने 20 लाख करोड़ के पैकेज के ऐलान का स्वागत किया है। उनका कहना है कि उन्होंने कहा कि इस पैकेज के जरिए असंगठित क्षेत्रों पर निर्भर मजदूरों को बड़ी राहत मिलेगी।
आत्मनिर्भर भारत की इमारत 5 पिलर पर खड़ी है पहली पिलर है इकोनॉमी दूसरा पिलर है इंफ्रास्ट्रक्चर तीसरा पिलर है हमारा सिस्टम चौथा पिलर है हमारा डेमोक्रेसी पांचवा पिलर है डिमांड हमारी अर्थव्यवस्था में डिमांड सप्लाई का संतुलन होना जरूरी है
आत्मनिर्भर भारत बनने से कौन रोक सकता है। हम भारत को आत्मनिर्भर भारत बना सकते हैं। हम भारत को आत्मनिर्भर बना के रहेंगे। इस संकल्प और विश्वास के साथ मैं आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। आप अपने परिवार और करीबियों का बहुत-बहुत ध्यान रखिए।
पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन का चौथा चरण पूरी तरह से नए रंगरूप वाला होगा। नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी 18 मई से पहले दी जाएगी। नियमों का पालन करतेहुए हम कोरोना से लड़ेंगे भी,आगे भी बढ़ेंगे।
ये पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 प्रतिशत है। देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था को 20 लाख करोड़ रुपये का संबल मिलेगा। यह पैकेज 2020 में विकास यात्रा को 20 लाख 2020 में आत्म निर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा। आत्ंमनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने केलिए इस पैकेज में लैंड लेबर लिक्विडिटी और लॉ ,सभी पर बल दिया गया है। ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, लघु एंव मझोले उद्योग के लिए है। जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन हैं। जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का आधार है।
पीएम मोदी ने कोरोना संकट से लड़ने के लिए आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है। पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज दिया जाएगा। कोरोना संकट का सामना करते हुए, नए संकल्प के साथ मैं आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं।ये आर्थिक पैकेज,'आत्मनिर्भर भारत अभियान'
की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा।
हमें अपना संकल्प मजबूत करना है। हमारा संकल्प इस संकट से भी विराट होगा। साथियों हम पिछली शताब्दी से ही लगातार सुनते आए हैं कि 21वीं सदी हिंदुस्तान की है। हमें कोरोना से पहले की दुनिया को विस्तार से देखने समझने का मौका मिला है। कोरोना संकट के बाद भी दुनिया में जो स्थितियां बनी हैं, उन्हें भी हम देख रहे हैं। जब इन दोनों कालखंडों को भारत की नजर से देखते हैं, तो यह सदी भारत की हो, यह सपना हमारा ही नहीं, सभी का है। विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है। आत्मनिर्भर भारत। हमारे यहां शास्त्रों में कहा गया है।
पीएम मोदी ने कहा मैंने कच्छ का भूकंप देखा है ऐसा लगा था कि कच्छ मौत की चादर ओढ़कर सो गया है। लेकिन हम फिर उठ खड़े हुए। कोई राह मुश्किल नहीं है और आज तो राह भी है और चाह भी है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने आपदा की इस स्थिति को अवसर में बदल दिया है।जब कोरोना संकट शुरू हुआ तब भारत में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी। एन95 का भारत मे नाममात्र उत्पादन होता था। आज स्थिति यह है कि भारत में हर रोज 2 लाख पीपीई और 2 लाख एन95 मास्क बनाए जाते हैं। ये हम इसलिए कर पाए क्योंकि भारत ने आपदा को अवसर में बदल दिया। आपदा को अवसर में बदलने की भारत की दृष्टि आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारे संकल्प के लिए उतनी ही प्रभावी सिद्ध होने वाली है।
पीएम मोदी ने कहा कि हारना और थकना मना है, हमें इससे बचना भी है और आगे बढ़ना भी है। भारत को आत्मनिर्भर बनना है। 21 वीं सदी भारत की है। हमें इस स्थिति में आत्मनिर्भर बनना है। इतनी बड़ी आपदा भारत के लिए संदेश और अवसर लेकर आई है।
लॉकडाउन के बीच अधिकतम आर्थिक गतिविधियां ठप है। ऐसे में पीएम मोदी के सामने देश की अर्थिक गतिविधियों को जारी रखने और देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की चुनौती होगी।
कुछ देर में पीएम मोदी राष्ट्र के नाम अपना संबोधन शुरू करेंगे। इस दौरान अटकलें हैं कि पीएम मोदी लॉकडाउन को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं। देखना यह होगा कि क्या लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जाती है या फिर लोगों को अभी लॉकडाउन के साथ ही दिन गुजारने होंगे।
सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्रियों की बैठक के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की पैरवी करते हुए कहा कि लॉकडान से बाहर निकलने के लिए सावधानीपूर्वक रणनीति बनाई जाए और राज्यों को वित्तीय सहयोग दिया जाए।
लॉकडाउन 3.0 के बाद भी देश के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के मामले आने के बाद पीएम मोदी 17 मई को खत्म हो रहे लॉकडाउन को फिर से बढ़ाने का ऐलान कर सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 3604 मामले सामने आए हैं। इसके बाद कोरोना मरीजों का कुल आंकड़ा 70756 हो गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कुल केस में से 46008 एक्टिव केस हैं और 22454 लोग रिकवर हो चुके हैं। देश में कोरोना संक्रमण के चलते अब तक 2293 लोगों की मौत हो चुकी है।