संसद के मानसून सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोकसभा में विपक्षी गठबंधन INDIA के लाये गए अविश्वास प्रस्ताव का जवाब दिया। इस दौरान पीएम ने कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन पर जमकर हमला बोला। जिसके बाद कांग्रेस ने उन पर चुनावी भाषण देने के लिए संसद के मंच का उपयोग करने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री को कांग्रेस-फोबिया ने जकड़ लिया है।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आखिर में सदन में मणिपुर पर बोलने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। खड़गे ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री अपनी जिद और अहंकार छोड़कर पहले ही चर्चा के लिए सहमत हो जाते तो संसद का बहुमूल्य समय बच जाता और महत्वपूर्ण विधेयक अच्छी चर्चा के बाद पारित हो जाते।
पीएम के भाषण के पहले 90 मिनट में मणिपुर का कोई जिक्र नहीं
लोकसभा में कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि हमें दुख है कि मणिपुर हिंसा जैसे संवेदनशील मुद्दे पर विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव जैसी संसदीय रणनीति का उपयोग करना पड़ा। लेकिन आपने सदन का इस्तेमाल भी चुनावी रैली की तरह किया। गोगोई ने कहा कि अपने पूरे भाषण के दौरान पीएम ने केवल कांग्रेस पर हमला किया और मणिपुर के बारे में थोड़ा सा बोला। प्रधानमंत्री के भाषण के बीच में ही विपक्षी सांसद यह आरोप लगाते हुए लोकसभा से बाहर चले गए कि उनके भाषण के पहले 90 मिनट में मणिपुर का कोई जिक्र नहीं था।
पीएम डर गए हैं- गौरव गोगोई
गौरव गोगोई ने कहा कि भाजपा मणिपुर में अपनी विफलताओं को छिपा रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि INDIA गठबंधन दल 2024 के चुनावों में भाजपा को हराएंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि दो घंटों में पीएम ने केवल हमारे देश – भारत का नाम तोड़-मरोड़ कर पेश किया। प्रधान मंत्री ने अपना अधिकांश समय कांग्रेस पर आरोप लगाने में बिताया। इसमें कोई संदेह नहीं है, उनके सामने INDIA, INDIA चिल्लाते हुए भारतीय दलों की एकता को देखकर, प्रधानमंत्री डर गए हैं।
2024 में INDIA गठबंधन जीतेगा
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनके भाषण से कोई फर्क नहीं पड़ता, हमें विश्वास है कि हमारी पार्टियां हमारे संविधान के मूल्यों को बचाने और उनकी रक्षा करने, हमारी सभ्यता के मूल्यों को संरक्षित करने और अखंडता, भाईचारे, स्वतंत्रता और समानता, अधिकारों और सिद्धांतों को संरक्षित करने के लिए एक आम दृष्टिकोण के लिए एकजुट हैं। जो हमारे संविधान में निहित हैं। हमें विश्वास है कि 2024 में INDIA गठबंधन जीतेगा।